हमारे दादाजी घुड़सवारी के बड़े शौक़ीन थे । एक दिन उन्होंने एक शानदार घोड़ी खरीदी । देखने वालों में से किसी ने कहा --बड़ी किस्मत वाली घोड़ी है । देखना नौ महीने के अन्दर आपको पोता मिलेगा । वैसा ही हुआ --ठीक नौ महीने बाद मेरा जन्म हुआ । खानदान में अपनी पीढ़ी की सबसे बड़ी संतान ।
इस तरह पूरे खानदान के करीब १५ भाईयों के ३० बच्चों के हम जन्मजात ताऊ बन गए ।
११ अगस्त को हमारा जन्मदिन था । १० तारीख शाम को श्री पाबला जी का फोन आया --पहली बार फोन पर बात हुई । पहचानने का सवाल ही नहीं था । हम भी हैरान थे कि एक दिन पहले भला कौन हो सकता है बधाई देने वाला । और जब यही बात पाबला जी ने भी कही तो हम फ़ौरन ताड़ गए कि ऐसा व्यक्ति तो एक ही हो सकता है । और इस तरह हुई शुरुआत बधाई संदेशों की ।
हमने भी इस अवसर पर एक पोस्ट लिख डाली और सुबह के लिए सड्युल कर दी ।
अब देखिये इत्तेफाक पर इत्तेफाक ।
* १० अगस्त को ही मालूम पड़ा कि हमारीवाणी पर वायरस अटैक हुआ है ।
* उसी दिन हमने अपने हिंदी प्रेम को आगे बढ़ाते हुए फायर फोक्स का हिंदी वर्जन डाउन लोड कर लिया ।
* ११ अगस्त को ब्लोगिंग में पहचान बनने के बाद प्रथम जन्मदिन ।
* इसी दिन पोस्ट प्रकाशित । सोचा इस बार ब्लॉग दोस्तों के साथ ही मनाएंगे जन्मदिन ।
लेकिन फिर शुरू हुआ निराशाओं का दौर ।
पहली बार ऐसा हुआ कि पोस्ट पब्लिश होने के साढ़े तीन घंटे बाद पहली टिपण्णी आई -श्री रजनीश परिहार जी की। हालाँकि इस बीच श्री समीर लाल जी और ललित जी की इ-मेल आ चुकी थी ।
हमें लगा कि शायद हमारीवाणी का असर हमारे ब्लॉग पर भी पड़ गया है ।
इसी बीच इत्तेफ्क से अक्षिता पाखी की पोस्ट पर ध्यान गया और जाना कि कुछ प्रोब्लम है । लेकिन वहां श्री पाबला जी की जन्मदिन विशेष पोस्ट छपी थी --आज डॉ टी एस दराल का जन्मदिन है ।
लेकिन यह क्या , यहाँ तो टिप्पणियों की भरमार नज़र आ रही थी । सभी जाने माने ब्लोगर साथियों ने हमें अपनी बधाई और शुभकामनायें भेजी हुई थी । लेकिन इन दोस्तों में से सिर्फ खुशदीप सहगल और गोदियाल जी ने हमारी पोस्ट पढ़ी और बधाई दी । शाम को डॉ सिन्हा जी की भी टिप्पणी आई ।
अब यह तो और भी मिस्ट्री बन गई कि यह क्या हुआ कि एक तरफ तो ४२ बधाई सन्देश और दूसरी तरफ हमारे ब्लॉग पर मात्र ५ पुराने दोस्तों ने बधाई सन्देश भेजे ।
खैर बधाइयाँ तो मिल ही चुकी थी ।
लेकिन मिस्ट्री के चक्कर में दिल से लिखी गई एक पोस्ट स्वाहा हो गई ।
फिर भी इत्तेफाक यही ख़त्म नहीं हुआ ।
शाम को जन्मदिन मनाने का कार्क्रम तो था , बच्चों और विशेष मेहमानों के साथ ।
लेकिन ४ से ६ बजे तक इतनी बारिस हुई कि चारो ओर पानी भर गया । टी वी पर देखकर घर से बाहर निकलने की हिम्मत ही नहीं हुई ।
और इस तरह हम घर में ही रहकर चाय के साथ पकौड़े खाते रहे ।
२५ साल पुरानी तमन्ना अब जाकर पूरी हुई --कि बाहर बारिस हो रही हो --हम हों वो हों और तीसरा कोई न हो---बालकनी में बैठे हों --साथ में चाय पकौड़े --और हाथ में सिगरेट ।
बस सिगरेट के ज़हर को छोड़ और सब साथ था ।
इस तरह मनाया हमने जन्मदिन ।
अब इसमें भी कोई ग्रहों का चक्र था या नहीं , यह तो संगीता पुरी जी ही बता सकती हैं ।
नोट : शाम को ललित शर्मा जी , राजीव तनेजा जी और यशवंत मेहता के साथ ठहाके लगाकर जन्मदिन का कार्यक्रम सम्पूर्ण हुआ ।
आप की बधाई और शुभकामनाओं के लिए सभी नए और पुराने मित्रों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ ।
अब एक सवाल :
* यदि आप किसी से प्यार करते हैं तो बोलिए आई लव यू ।
* कभी कभी प्यार करने वाला आई लव यू बोल नहीं पाता ।
* लेकिन यदि आप प्यार एक से करें और आई लव यू किसी दूसरे को बोलें तो ---
आपके ज़वाब का इंतजार रहेगा ।
अभी अभी पता चला है एक नए विश्व कीर्तिमान के बारे में । इस पर वार्ता अगली पोस्ट में ।
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कल आपकी पोस्ट मुझे भी नहीं दि्खी, उसकी फ़ीड भी नहीं आई मेरे फ़ालो पर। शायद ब्लागर की कुछ समस्या होगी।
ReplyDeleteजन्मदिन मनाते ही कनिष्क जी की पोस्ट आ गयी, बस फ़िर क्या था रात के 3 बजे तक कम्पयुटर की झाड़ पोंछ में ही लगे रहे।
वैसे भी जन्मदिन हम लोगों ने धांसु तरीके से सेलिब्रेट किया:)
पुन: शुभकामनाएं
अंत में बड़ा मुश्किल सवाल कर छोड़ा है आपने तो...
ReplyDeleteहम जिस परिवेश में जन्म लेते हैं .. उसके हिसाब से अपने कार्यक्रम बनाया करते हैं .. पर हर वक्त सफलता नहीं मिल पाती .. जब भी माहौल कुछ असामान्य हो .. चाहे अच्छा या बुरा .. ग्रहों का प्रभाव तो शामिल ही होता है .. जरूरी नहीं कि हम हर वक्त उसे समझ पाएं !!
ReplyDelete* लेकिन यदि आप प्यार एक से करें और आई लव यू किसी दूसरे को बोलें तो ---
ReplyDeleteडा० साहब, चिंता मत करो जल्दी ही यह हमारे सविधान में नागरिक के मूलभूत अधिकार में शामिल हो सकता है क्योंकि दगाबाजी तो हम हिन्दुस्तानियों को विरासत में मिली हुई है और ऊपर से हम पश्चिम से इतने प्रभावित ..... खैर, वैसे सूक्ष्म रूप में अपने ही घर में इंसान प्यार अपने जीवन साथी से करता है और अपने बेटे-बेटी को भी आइ लव यू बोल सकता है!
Dr. Sahab ek baar fir janmdin ki shubhkaamna..
ReplyDeletevaise bhi hamare ghar mein to yahi hota hai...ise 'anyokti' kahte hain...ismein aap kahte kisi se hain, lekin kahte kisi se hain..ha ha ha..
bahut acche se aapne janmdin manaya..ab isse better ke hove hai..
haan nahi to..!!
११ अगस्त को हमारा जन्मदिन था ।
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई ......!!
१० तारीख शाम को श्री पाबला जी का फोन आया --पहली बार फोन पर बात हुई । पहचानने का सवाल ही नहीं था । हम भी हैरान थे कि एक दिन पहले भला कौन हो सकता है बधाई देने वाला । और जब यही बात पाबला जी ने भी कही तो हम फ़ौरन ताड़ गए कि ऐसा व्यक्ति तो एक ही हो सकता है ।
सच में पाबला जी बधाई के पात्र हैं ....उनका ये प्रयास न जाने कितने दिलों को खुशियों से भर देता है ....!!
१५ भाईयों के ३० बच्चों के हम जन्मजात ताऊ......?
बल्ले -बल्ले .......!!
पहली बार ऐसा हुआ कि पोस्ट पब्लिश होने के साढ़े तीन घंटे बाद पहली टिपण्णी आई -.....ओये होए ......तो इसलिए मौसम कुछ खफा खफा सा है .....?
खुशदीप जी आप भी न .......एक मेल इधर भी भेज देते .....तो यूँ बेआबरू तो न होते .....?
२५ साल पुरानी तमन्ना अब जाकर पूरी हुई --कि बाहर बारिस हो रही हो --हम हों वो हों और तीसरा कोई न हो---बालकनी में बैठे हों --साथ में चाय पकौड़े --और हाथ में सिगरेट ।
इसमें तो कुछ शक सा लग रहा है ......खैर आपकी मर्जी ...... पकौड़े ही तो खाए थे न ....मीठा तो नहीं .....!
@ यदि आप किसी से प्यार करते हैं तो बोलिए आई लव यू .....
ये हुई न बात ......अब ग़ज़ल वाली को ..........
@ लेकिन यदि आप प्यार एक से करें और आई लव यू किसी दूसरे को बोलें तो ---
हा ...हा....हा......अब ये तो खुशदीप जी ही बता पायेगें ......!!
आप उस पोस्ट को फिर से प्रकाशित करें ....और सवाल कुछ टेढा है ...आप तो ऐसे न थे :):)
ReplyDeleteसारा चक्कर ग्रहों यानी उनके सार का ही है जिससे हर प्राणी का शरीर बना है भले ही हम इस सत्य को न मान माया के चक्कर में सारी उम्र पड़े रहे!
ReplyDelete@लेकिन यदि आप प्यार एक से करें और आई लव यू किसी दूसरे को बोलें तो -
ReplyDeleteयह कहाँ से विचार आ गया डॉ साहब !कहीं के नहीं रहोगे ...न इसके न उसके ! फिर भी शुभकामनायें !
हरकीरत हीर जी की फरमाइश पर,
ReplyDeleteमक्खन विदेश घूमने गया...वहां एक मेम खड़ी थी...मक्खन ने मेम को देखते ही तड़ से कहा...आई लव यू...मैम को मक्खन का भोलापन भा गया...बोली...आई लव यू टू...मक्खन ने ये सुनकर सोचा...माई साडे तो तेज़...फिर बोला...आई लव यू टू, थ्री, फोर, फाइव...हुण दस...
वैसे ये गाना भी याद किया जा सकता है...
झुका के सर को बोलो, मैडम हाऊ डू यू डू...जब वो कहे हाऊ डू यू डू...बोलो...आई लव यू...
अरे नहीं रे बाबा, आई लव यू इतनी जल्दी नहीं पहले बोलो...आई लाइक यू...बस लगे रहो मुन्नाभाई...कभी तो बात बन ही जाएगी...
जय हिंद...
belated Happy Birth Day sir
ReplyDeleteसंगीता जी और सतीश जी , आखिर शराफत में धोखा खा ही गए ।
ReplyDeleteअजी ये हमारे लिए नहीं , आपके लिए लिखा है ।
भई मुबारकवाद हमें , और वो भी दी कहीं और ।
अब ये तो संयोगवश हमें पता चल गया वर्ना यही सोचते रह जाते कि जाने कहाँ चले गए अचानक सब चाहने वाले ।
लेकिन यदि आप प्यार एक से करें और आई लव यू किसी दूसरे को बोलें तो -
ReplyDeleteकृपया ऐसा ना करें...साईड इफ़ेक्ट बहुत जबरदस्त हैं.:)
रामराम
जन्म दिन की शुभ कामनाये डॉ साहब...आपमें कमाल का सेन्स ऑफ़ ह्यूमर है....
ReplyDeleteबहुत बढ़िया रहे आपके सारे संस्मरण!
ReplyDeleteपुनः बधाई स्वीकार कर लें!
एक बार फिर से जन्मदिन की बधाई....
ReplyDeleteअब रही बात आपके सवाल की तो मेरा जवाब ये है कि....
यदि आप प्यार एक से करें और आई लव यू किसी दूसरे को बोलें तो तो आपके दोनों हाथों में लड्डू होंगे बशर्ते उनमें से किसी को भी इस बात का पता ना चले :-) -
जानकर अच्छा लगा कि आपका जन्मदिन बहुत हंसी-खुशी से बीता.. और भाग्यवान तो आप भी हैं. वैसे ताऊ तो आप सारे ब्लॉगजगत के भी बन जाते सर लेकिन ताऊ रामपुरिया जी से पूछना पड़ेगा कि नाम शेयर करेंगे कि नहीं.. :)
ReplyDelete" लेकिन यदि आप प्यार एक से करें और आई लव यू किसी दूसरे को बोलें तो ---
ReplyDeleteइसी को तो कहते है - कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना...:)
और हां, जनम दिन की बधाई॥
wah bhai ji wah
ReplyDeletebadhai
lekin aapne party ki soochna shayad isliye nahi bhijwai ki apna computer hi nahi chal raha tha.....
चलिए एक दिन बाद ही सही...HAPPY BIRTH DAY TO YOU.
ReplyDeleteमझे क्या पता कि 11 अगस्त को आपका जन्म दिन था. गिरजेश जी को कुतिया ने काटा तो मैने कल ही उन्हे सलाह दी कि सुई तो लगानी ही पड़ेगी मेरी न मानो डा0 दराल साहब से पूछो..और आपकी वो कुत्ते वाली पोस्ट ढूंढता रहा, लेकिन हाय जन्म दिन वाली पोस्ट पर नज़र ही नहीं गयी.
हम प्यार तो करते है, लेकिन आई लब यु कभी नही बोला, पता नही मुझे यह बोलते हुये कुछ अच्छा नही लगता, दिखावटी लगता है, ओर जब प्यार है तो जताने कि जरुरत ही नही पडती....
ReplyDeleteप्रेम का होना महत्वपूर्ण है-चाहे वह एक से हो या दोनों से,अभिव्यक्ति में हो या मौन में।
ReplyDeleteसार्थक लेखन के लिए शुभकामनायें
ReplyDeleteआपकी पोस्ट ब्लॉग4वार्ता पर-स्वागत है....
आतंक वाद कब तक झेलेगें हम
यदि आप प्यार एक से करें और आई लव यू किसी दूसरे को बोलें तो ---
ReplyDeleteतो आप आज के जमाने के अति आधुनिक व्यक्ति के श्रेणी में आते हैं!
सत्य तो ये है कि हर आदमी (औरत भी!) सबसे पहले अपने को ही प्यार करता है! सब अन्य व्यक्ति आदि से 'प्यार' के पीछे कोई वर्तमान जीवन का स्वार्थ छिपा होता है (गीता में कृष्ण के अनुसार 'अज्ञानतावश', और "अति भक्ति चोरेत लक्षणंम " कह गए प्राचीन 'हिन्दू'!),,,
ReplyDeleteप्राचीन ज्ञानी व्यक्ति मानव को 'अपस्मरा पुरुष' यानी भुल्लकड़ व्यक्ति कह गए, जिसे अपने अरबों वर्ष के नाटक में भूत का कुछ भी याद नहीं रहता (Amnesia में जैसे, जैसा श्री कृष्ण ने अर्जुन को भी बताया,,, और जिसकी अच्छाई यह है कि हम अपने is जीवन के भी कुछ पुराने दुःख भूल सकते हैं, सबको एक साथ हमेशा संजोये नहीं रखते!)...
अरबों varshon के dauraan, Bharatiya (prakritik evam manaviya) Itihaas के smay के साथ anant pher badal के kaaran वर्तमान में विचारों से एक 'हिन्दू' ही samajh sakta है कि sampoorn brahmaand में केवल 'Shiv ही सत्य हैं' यानी niraakar amrit jeev ही सत्य हैं, aur wo sab asthaayi 'saakaar' ke bheetar bhi vidyamaan hain! kintu aam आदमी ise samajh paane में asamarth hai - kaal के prabhav से!
... der se hee sahee .... bahut bahut badhaai va shubhakaamanaayen !!!
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर और शानदार संस्मरण रहा! जन्मदिन की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें! आपको जीवन में सारी खुशियाँ मिले, लम्बी उम्र हो और सही सलामत रहे यही दुआ करती हूँ भगवान से!
ReplyDeleteअरे लोगो के तो दिल ही स्वाहा हो जाते हैं, आपकी तो पोस्ट ही स्वाह हुयी हैं. क्यों व्यर्थ चिंता करते हैं??????
ReplyDeleteधन्यवाद.
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happy birthday to you ji.
ReplyDeletemany-many happy returns of the day.
(sorry for late wishes.)
thanks.
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सर मेरा तो कम्प्युटर ही दगा दे गया ।
ReplyDeleteबहुत बहुत बहुत बधाई ।
जन्मदिन की ढेरों बधाई...
ReplyDelete________________
स्वतंत्रता दिवस की बधाइयाँ..!!
डॉ. साहब थोड़ी देर हो गई यहाँ तक पहुँचने में क्षमा करे ....जन्मदिन की हार्दिक बधाई....और आज १५ अगस्त है तो स्वतंत्रता दिवस की भी शुभकामनाएँ..
ReplyDeleteसुन्दर संस्मरण ..... जन्मदिन की बधाइयाँ और शुभकामनायें ....
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