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Monday, March 13, 2023

मॉडर्न भिखारी --

 

सामने आया एक युवा भिखारी , 

बोला, बाबूजी बहुत बड़ी है लाचारी।  

ज़रा मेहरबानी कीजिये, 

बहुत भूख लगी है , 

खाने को कुछ पैसे दे दीजिये।  


मैंने कहा, हट्टे कट्टे हो ,

कुछ काम क्यों नहीं करते हो।  

वैसे भी मेरे पास छुट्टे नहीं हैं।  

वो बोला, चिंता मत कीजिए,

मैं कैशलेस काम करता हूँ, 

आप पेटीएम या गूगल पे कर दीजिए।   


Monday, January 23, 2023

सर्दियों के दिन ---

सर्दियों के दिन, हैं बहुत कठिन,

कास्तकार लोगों के जीने के लिए।


धोबी का लड़का रोज पूछता है,

कपड़े हैं क्या प्रैस करने के लिए।


कपड़े भी ऐसे हैं कि फटते ही नहीं,

दर्जी भी पूछे, हैं क्या सीने के लिए।


ना कोला, ना शरबत, ना ही ठंडाई,

एक चाय ही काफ़ी है पीने के लिए।


बैठे बैठे खाते रहते हैं मूंगफली रेवड़ी,

कोई काम नहीं होता पसीने के लिए।


सर्दियों का मौसम होता स्वस्थ मौसम, पर

कामवालों के लाले पड़े रहते जीने के लिए।

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Devendra Kumar Pandey, Satish Chetal and 15 others

Saturday, January 14, 2023

मित्रो, दोस्तो, यारो , 

ना न्यू ईयर, ना ओल्ड ईयर ,

ना व्हिस्की, ना बीयर।  

कभी तो पुकारो ।    


ना मिठाई, ना बधाई, 

ना शादी, ना सगाई , 

बस कम्बल और रज़ाई, 

कमी को सुधारो ।  


ना डेंगू , ना कोरोना , 

ना मास्क, ना हाथ धोना, 

फिर काहे का रोना , 

कभी तो कहीं पधारो।   


मित्रो, दोस्तों, यारो, 

कभी तो पुकारो।