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Monday, April 9, 2012

उपचार ऐसे भी होता है ---

काम का टेंशन जब बढ़ जाता है , तब हम तो कविता लिखने बैठ जाते हैं . आजकल ब्लॉगजगत में भी टेंशन बढ़ा हुआ नज़र आ रहा है . ऐसे में प्रस्तुत हैं , कुछ स्व रचित लतीफ़े, टेंशन कम करने के लिए :

)

महिला
डॉक्टर से : डॉक्टर साहब , मेरे पति सारी रात नींद में बडबडाते हैं कोई दवा दीजिये
डॉक्टर : ये दवा दे रहा हूँ रोज सुबह पानी के साथ लेनी है आपके पति बडबडाना बंद कर देंगे
महिला : नहीं डॉक्टर , ऐसी दवा दीजिये कि ये साफ बोलना शुरू कर दें पता तो चले कि ये नींद में किसका नाम लेते हैं
डॉक्टर : ये दवा आपके पति के लिए नहीं , आपके लिए है

2)

आदमी डॉक्टर से : डॉक्टर साहब मेरी पत्नी सारी रात नींद में शेरनी की तरह गरजते हुए खर्राटे मारती है इसका कोई इलाज है ?
डॉक्टर : इन्हें दिन में गरजने का अवसर दीजिये , खर्राटे अपने आप बंद हो जायेंगे

3)

डॉक्टर (चार बच्चों की माँ ) रोगी से : आपकी उम्र कितनी है ?
महिला : जी २० साल .
डॉक्टर : कितने साल से ?

4)

पनघट की पनिहारियाँ याद आती हैं
सुबह जब पत्नी फ़रमान सुनाती है --

अज़ी चला जायेगा , पीने का पानी भर लीजिये

5 )

और अब एक सवाल : यदि कामवाली बाई एक दिन ना आए तो सबसे ज्यादा परेशानी घर में किस को होती है और क्यों ?




52 comments:

  1. वाह डॉ साहब क्या बात है...मजेदार उपचार है

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  2. हा हा ... डाक्टर साहब मज़ा आ गया ...
    अभी तक ये सोच रहा हूँ किसको परीशानी होगी ... :)

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  3. सर......................

    ये सवाल बेफिजूल है..............अभी ढेरों उत्तर आयेंगे आपके पास कि- "शामत पति की आएगी अगर बाई ना आये" मगर सच नहीं है,,,,,,ईमानदारी से कहिये?????
    पुरुष सिर्फ चुटकुलों में ही घर का काम करते है........दिन भर बीवी की गुलामी करते हैं..........और बीवी की सुनते हैं..........
    दरअसल औरतें सब काम करतीं हैं बस लतीफे नहीं बनाती.....
    :-)

    सादर.

    -मेरा ये कमेंट बस स्पाम में ना जाये प्रभु.

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    1. हा हा हा ! अनु जी , इसका ज़वाब इतना आसान भी नहीं है । नासवा जी को देखिये, अभी तक सोच में पड़े हैं । :)

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  4. यह भी सही तरीका है उपचार का ....! लेकिन इस तरीके कोई सोच समझ कर अपनाए तो ....!

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  5. कामवाली न आए तो सबसे ज्यादा तकलीफ घर की मालकिन को होती है .... :)

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    1. जी , घर में पूछकर तो देखिये ! :)

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  6. अगर काम वाली एक दिन भी ना आये तो सबसे ज्यादा परेशानी पति को होगी :)

    अब ये ना पूछियेगा क्यों भला :)

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    1. अली जी , यह तो सब को पता है । लेकिन असली सवाल तो यही है कि क्यों ! :)

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  7. सबसे ज्‍यादा परेशानी 'ग्रहण' देवता को होती है दराल साहब।

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  8. बढ़िया पोस्ट .....परेशानी पति को ही होती है ......मैडम का मिज़ाज जो झेलना पड़ता है ......!!और अगर मैडम का मूड ख़राब हो तो मिर्ची वाला खाना खाना पड़ता है ....पानी पी पी कर .....!!!!... :)

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  9. कामवाली अगर सुन्दर हो और अनुपस्थित हो तो घरवाले का मूड उखड़ जाता है और उसके हिस्से का कुछ काम भी करना पड़ता है :-)

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    1. यानि दोहरी मार पड़ती है । :)

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    2. बिलकुल सही जा रहे हो डॉक्टर साहब :-)

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  10. BAAI KI PARESHANI KAUN SAMJHEGA ?

    KKISI ROZ N AA PAYE TO WH KYA FEEL KARTI HAI AUR KYON ?

    http://hbfint.blogspot.in/2012/04/38-human-nature.html

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    1. यह तो एक अलग पोस्ट का मसाला मिल गया । :)

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  11. मस्त है आजकी पोस्ट ...
    आभार आपका !

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  12. आपने ब्लॉग्गिंग के तापमान को कम करने का इलाज़ भी ढूँढ निकाला. और लोगों को व्यस्त रखने के लिये सवाल भी छोड दिया फिर सवाल भी ऐसा कि पहले मुर्गी आई थी या अंडा. मान गए...

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  13. दूसरा वाला सबसे सटीक :).अगर यह कमेन्ट छाप जाये तो..

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  14. सबसे ज्यादा परेशानी पति को होगी कारण भी वही जनता है :)

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  15. काम वाली बाई (मेड) मैडम को बिना बताए एक हफ्ता छुट्टी मारने के बाद आई...मैडम ने पूछा कि क्या ये हरकत सही थी...इस पर मेड ने कहा...क्या मेमसाब...मैं तो समझी आप जानती होंगी..मैंने तो अपना फेसबुक स्टेटस अपडेट किया था- आई एम ऑफ फॉर वैकेशन...और साहब ने उस पर कमेंट भी किया था...मिस यू, कम बैक सून...

    जय हिंद...

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  16. बढ़िया लतीफे .... :):) सही जवाब पर आपने अपनी सहमति जता ही दी है तो अब क्यों दिमाग खपाएँ ....

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    1. संगीता जी , यानि आप भी सहमत हैं !
      वैसे परमजीत बाली जी की बात पर भी गौर किया जाये . :)

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  17. बहुत बढिया है सभी लतीफे;)

    काम वाली के ना आने पर पत्नी को ज्यादा तल्कलीफ होती हैं क्यों कि किस घर में कया उठा पटक चल रही है इस की कोई खबर नही मिल पाती....;)))

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  18. हमको तो इसका अनुभव ही नहीं है !
    तनाव हल्का करने में मददगार हैं ये चुटकुले !

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  19. पनघट की पनिहारियाँ याद आती हैं
    सुबह जब पत्नी फ़रमान सुनाती है --

    अज़ी चला जायेगा , पीने का पानी भर लीजिये ।


    शब्द कुछ चिरपरिचित लगे :) :)

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    1. हा हा हा ! घर घर की ही कहानी है गोदियाल जी .

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  20. (उप) चार तक की बात तो टाइटल में थी, यह पाँचवाँ (सवाल) कहाँ से आ गया?

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    1. यह चौथे से सम्बंधित है :)

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  21. डॉक्टर (चार बच्चों की माँ ) रोगी से : आपकी उम्र कितनी है ?
    महिला : जी २० साल .
    डॉक्टर : कितने साल से ?

    हा...हा....हा.....

    २० के बाद कहाँ अटकती है ......?

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    1. सही पहचाना हरकीरत जी .
      अन्य मित्र तो कामवाली में ही उलझे हैं :)

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  22. जाके पैर न फटी बिवाई ,वो क्या जाने पीर पराई .परेशानी ब्लोगर को ही होगी मैड के सामने बीवी पति को साहब कहने लगती है ,साहब को दो ,साहब से पूछो ,मैड के अनुपस्थित रहने पर ये अवसर खत्म हो जातें है .पति भी कहता है मैं साहब बतायेंगी मैड के कुछ भी पूछने पर .मैड की अनुपस्थिति सब को ना गंवार गुज़रती है अलग अलग कारणों से .मामला काफी पेचीला है .मैड के बिना कहीं कहीं तो चूल्हा भी नहीं जलता .

    सभी चिठ्ठा भाइयों को प्रणाम .

    राम राम भाई !

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  23. बेहतरीन चुटकला थिरेपी .

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  24. बेहतरीन चुटकला थिरेपी .

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  25. बेहतरीन चुटकला थिरेपी .

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  26. मामला काफी पेचीला है ...#
    बढ़िया लतीफे .... :)

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  27. बरबस मुस्कान खिंच आयी सुबह सुबह -डाक्टर साहब आप महान हैं!

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  28. कितनी भोली हैं न भारतीय गृहिणियां देखिये न सब अपने पतियों पर कितना आँख मूँद कर विश्वास करती हैं -कोई पति के बारे में ऐसा वैसा सोच भी नहीं सकतीं ....सल्यूट देम :)

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  29. सर जी आपकी पोस्ट पढकर मज़ा आ गया ..कभी समय मिले तो हमारे ब्लॉग पर भी आये ...धन्यवाद

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  30. कईयों के पास तो चर्चे ही मैड के होतें हैं .आधुनिक जीवन में (भारतीय सन्दर्भ )मैड एक अप्रतिम स्थान banaaye हुए है .उसकी उपस्तिथि तो मुखरित होती ही है अनुपस्तिथि भी मुखर होती है किसी के चेहरे पर उदासी बन किसी के मातम .बर्तन भांडे अपने अस्तित्व को कोसते रहतें हैं .आज मैड क्यों नहीं आई .

    एक बर्तन दूसरे से बोला -

    "मैड भी आदमी है हफ्ते में एक छुट्टी तो उसे भी चाहिए ,मैम साहब तो उसे रोबोट समझे हैं . "

    ज़वाब मिला .

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    1. आजकल तो ये हाल है कि एक तरफ सारी खुदाई , एक तरफ कामवाली बाई ।
      अब देखिये न दिल्ली का एक डॉक्टर couple हवालात की हवा खा आया , मेड के चक्कर में ।
      उधर विलायत में तो एक एन आर आई को मिलियंस देने पड़े बाई को ।

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  31. भई आपके सवाल का मेरे से कोई मतलब नहीं है सो सीधे जवाब नहीं दे रहा....मगर कान खुले रहते हैं कई बार सो इतना जानता हूं कि मेड के न आने या देर से आने पर आसपास की अधिकतर मोहतरमाएं मेड बिना लाउडस्पीकर के सारे मोहल्ले को बता देती हैं मेड नहीं आई है..सब जानती हैं कि नहीं आई है फिऱ भी पूछती हैं एकदूसरे से की आई की नहीं आई....

    बाकी ये समझ आ गया कि पति लोग रात में खर्राटे क्यों भरते हैं या क्यों बड़बड़ाते हैं.....हाहाहाहा..... वैसे फूलों की सैर के चक्कर में दिल्ली घूम डाली.पर फूलों के गुच्छों से मुलाकात नहीं हो पाई

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  32. हां वो भूत जो श्रीमती जी की पक़ड़ में आया था वो वाली फोटू कहां गई..

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    1. भूत क्यों देखना चाहते हो भाई ! :)

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  33. पनघट की पनिहारियाँ याद आती हैं
    सुबह जब पत्नी फ़रमान सुनाती है --

    अज़ी चला जायेगा , पीने का पानी भर लीजिये ।
    वाह डाक्टर साहब मजा आ गया .........व्यस्तम जीवन में आप हास्य ढूढ़ लेते हैं ....बहुत बड़ी बात है ....हसने se वाकई उर्जा मिल जाती है |

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    1. सही कहा त्रिपाठी जी . जीवन में हंसने का बहुत महत्त्व है .

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  34. lol they were awesome :)
    यदि कामवाली बाई एक दिन ना आए तो सबसे ज्यादा परेशानी घर में किस को होती है । और क्यों ?..
    Mommy.. all the time :P

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  35. मज़ेदार पोस्ट...

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  36. डाक्टरों का चेहरा इतना तो ज़रूर बताता है कि उनके भीतर हास्य-बोध खूब होता है-अब उसे वे चाहे जिससे शेयर करते हों। डाक्टर यदि कवि हो जाए,तो अपनी बात खुलकर रखना ज़रूर आसान हो जाता है।

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