सन १९१४ में स्थापित दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन जल्दी ही १०० वर्ष पूरे करने की ओर अग्रसर है।
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन में १०,००० से भी ज्यादा डॉक्टर्स सदस्य हैं ।डॉक्टर्स के लिए नवीनतम जानकारी जुटाने से लेकर , निजी क्लिनिक्स , नर्सिंग होम्स , प्राइवेट अस्पतालों के साथ साथ सरकारी डॉक्टर्स के हितों की खातिर कार्य करना , सभी सरकारी राजकीय और राष्ट्रिय कार्यक्रमों में हिस्सा लेना और समय समय पर तरह तरह के कैम्प लगाकर जनता की सेवा करना , इस संस्था के मुख्य कार्य रहे हैं ।
यूँ तो दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन हर वर्ष बेहतर कार्य करने वाले डॉक्टर मित्रों को समय समय पर सम्मानित कर प्रोत्साहित करती रहती है । किन्तु इस वर्ष डॉक्टर्स डे पर डी एम् ए ने दिल्ली के सर्वश्रेष्ठ चुनिन्दा डॉक्टर्स को एक विशेष सम्मान से सुशोभित किया --चिकित्सा रत्न पुरस्कार देकर ।
चिकित्सा रत्न अवार्ड प्राप्त करने वालों में दिल्ली के सभी बड़े बड़े कॉरपोरेट अस्पतालों के विश्व विख्यात चिकित्सक और सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य विभागों के उच्च अधिकारियों समेत दिल्ली के कई जाने माने डॉक्टर्स शामिल थे ।समारोह में दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के सभी हू इज हू उपस्थित थे ।
यह मेरा सौभाग्य रहा कि यह सम्मान मुझे भी प्राप्त हुआ ।
दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ नरेंद्र सैनी पुरस्कार प्रदान करते हुए ।
ऐसे समारोह में अक्सर अवार्ड पाने वालों को कुछ बोलने का अवसर दिया जाता है । लेकिन समय की कमी होने की वज़ह से इसे नज़रअंदाज़ करना पड़ रहा था ।
पुरस्कार वितरण समारोह में जब हमारा नाम पुकारा गया और हम अवार्ड लेने मंच पर पहुंचे तब एक अज़ीबो ग़रीब स्थिति उत्त्पन्न हो गई । एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ सैनी ने अपने हाथ पीछे खींचते हुए कहा --आप तो लाफ्टर चैम्पियन हैं , आपको अवार्ड तब मिलेगा जब आप कुछ सुनायेंगे ।
अब इस अप्रत्याशित आक्रमण के लिए तो हम तैयार नहीं थे । फिर भी क्योंकि माइक हाथ में थमा दिया गया था , इसलिए बचने का कोई रास्ता भी नहीं था ।
सो हमने कहा कि भाई --
जब समय की हो कमी
और सामने हो नेता या कवि
तो भूले से भी माइक न दो कभी ।
क्योंकि नेता तो फिर किसी और मीटिंग में जाने के लिए जल्दी से खिसक लेंगे , परन्तु एक कवि के हाथ में माइक आ गया तो फिर वापस लेना मुश्किल हो जायेगा ।
अब यह सुनकर वो भी घबरा गए और तुरंत माइक हम से लेकर अवार्ड हमें सौंप दिया ।
अब यह सम्मान प्राप्त करने के बाद हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है ।
लेकिन जिम्मेदारियों से क्या डरना । यही तो मनुष्य को मज़बूत बनाती हैं ।
पुरस्कार वितरण समारोह में जब हमारा नाम पुकारा गया और हम अवार्ड लेने मंच पर पहुंचे तब एक अज़ीबो ग़रीब स्थिति उत्त्पन्न हो गई । एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ सैनी ने अपने हाथ पीछे खींचते हुए कहा --आप तो लाफ्टर चैम्पियन हैं , आपको अवार्ड तब मिलेगा जब आप कुछ सुनायेंगे ।
अब इस अप्रत्याशित आक्रमण के लिए तो हम तैयार नहीं थे । फिर भी क्योंकि माइक हाथ में थमा दिया गया था , इसलिए बचने का कोई रास्ता भी नहीं था ।
सो हमने कहा कि भाई --
जब समय की हो कमी
और सामने हो नेता या कवि
तो भूले से भी माइक न दो कभी ।
क्योंकि नेता तो फिर किसी और मीटिंग में जाने के लिए जल्दी से खिसक लेंगे , परन्तु एक कवि के हाथ में माइक आ गया तो फिर वापस लेना मुश्किल हो जायेगा ।
अब यह सुनकर वो भी घबरा गए और तुरंत माइक हम से लेकर अवार्ड हमें सौंप दिया ।
अब यह सम्मान प्राप्त करने के बाद हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है ।
लेकिन जिम्मेदारियों से क्या डरना । यही तो मनुष्य को मज़बूत बनाती हैं ।
hearty congratulation Dr. Daraal for getting chikitsaa ratna award. Rest for future communication.
ReplyDeleteDr.Sanjay Dani ( Out going President I.M.A. Durg.)
बहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteजिम्मेदारियाँ मनुष्य को मजबूत बनाती हैं।
ध्रुव सत्य है।
बहुत बहुत बधाई ।
ReplyDeleteजिम्मेदारियों से क्या डरना । यही तो मनुष्य को मज़बूत बनाती हैं ,ये आपके सार्थक सोच का नमूना है ।
बहुत बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteपार्टी तैयार रखियेगा, बता दिया है पहले से. :)
ReplyDeleteहमें गर्व है कि हम आपको जानते हैं डॉ दराल ! शुभकामनायें !
ReplyDeleteअच्छा लगा आपको सम्मानित होते हुए देखकर!
ReplyDelete--
मेरी ओर से बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएँ!
वह. मेरी ओर से भी इस उपलब्धि पर ढेरों बधाई.
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई..!!
ReplyDelete.
ReplyDelete.
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बहुत बहुत बधाई डॉक्टर साहब,
सम्मान प्राप्त करने के बाद आपसे अपेक्षायें बढ़ेंगी... आप उन अपेक्षाओं पर खरे उतरें...यही कामना है!
आभार!
...
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ReplyDeleteहार्दिक बधाईयाँ स्वीकार करें, डॉक्टर दराल !
और, इसके साथ ही मेरी एक कसक भी साझा करें.. ...
क्या ही अच्छा होता कि ऎसे सम्मान के पात्रों के चयन में जनसर्वेक्षण न सही, पर जन-प्रतिनिधियों की सहभागिता होती ।
ताकि ऎसी परम्परा स्थापित हो्ने पर, अहर्निश डॉक्टर को गरियाने वाले समाज की स्वीकृति परिलक्षित हो पाती ।
प्रसँगतः कल शाम को ही ऎसे विषय पर अपने एक मित्र से चर्चा हो रही थी ।
यह विडँबना है कि अच्छे पढ़े-लिखे लोग भी डॉक्टर को सम्मान और असम्मान देने के मामले में समयानुकूल दोहरी नीति अपनाते रहे हैं, और हम निरपेक्ष बने रह जाते हैं ।
अरे वाह .......!!
ReplyDeleteमिठाइयाँ.........?????
दोहरी दोहरी खुशी की ......!!
जिसके लिए पिछली ग़ज़ल लिखी और अब ये पुरस्कार ........!!
ढेरों बधाई .......!!
एक नेकदिल सच्चे और अच्छे इंसान की सही पहचान ....... !!
हमें गर्व है आप पर ......!!
बहुत-बहुत शुभकामनाएं
ReplyDeleteआज तो मजा ही आ गया. दावत कहाँ पे रखी है ??????. बहत बहुत बधाई!!!!. हमारा भी सर गर्व से ऊँचा हो गया की हमारे डाक्टर दाराल को सम्मान मिला है पर ये सच है की जिम्मेदारी बढ़ गयी है. उससे तो आप कहाँ घबराते हैं
ReplyDeleteबहुत बहुत हार्दिक बधाइयाँ आपको !
ReplyDeleteआपने सच कहा, "जिम्मेदारियों से क्या डरना । यही तो मनुष्य को मज़बूत बनाती हैं ।"
हंसी से बड़ी दवा कोई नहीं...
ReplyDeleteयही डॉ दराल का रामबाण है...
मुर्दे की हालत में पहुंचा मरीज़ भी डॉक्टर साहब की चुटकी सुनकर मुस्कुराएगा ज़रूर...
जय हिंद...
वाह ....बहुत बहुत बधाई....जो ज़िम्मेदारी निबाहता है वही सम्मान का अधिकारी होता है.....
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई!!
ReplyDeleteडाक्टर साहब, बहुत बहुत बधाई।
ReplyDelete................
नाग बाबा का कारनामा।
महिला खिलाड़ियों का ही क्यों होता है लिंग परीक्षण?
बहुत बहुत बधाई ... डाक्टर साहब .... आप तो अपने ब्लॉग के माध्यम से भी सब की सेवा कर रहे हैं ... निस्वार्थ सेवा की पहचान हुई ... बहुत ही अच्छा लगा ....
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई डा. दराल साहिब!
ReplyDelete.
ReplyDeleteआप निश्चित ही इस सम्मान के हक़दार हैं। आज नहीं तो कल , मेरी पार्टी और मिठाई [ अंजीर की बर्फी] ड्यू रही.
बहुत बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ।.
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आपको बहुत बहुत बधाई ... मुझे बहुत ख़ुशी है...
ReplyDelete--
www.lekhnee.blogspot.com
Regards...
Mahfooz..
इस सम्मान उपलब्धि पर आपको अनेकों शुभकामनाये और बधाई......
ReplyDeleteआप सभी दोस्तों का हार्दिक आभार ।
ReplyDeleteहरकीरत जी , रचना जी , दिव्या जी , मिठाई तो पक्की ही समझिये ।
समीर जी की पार्टी में आप सभी आमन्त्रित हैं ।
डॉ अमर कुमार जी , बहुत से साथी डॉक्टर हैं जो बहुत अच्छा काम कर रहे हैं । सरकार की ओर से भी अवार्ड घोषित किये जाते हैं । लेकिन यह संभव नहीं हो पाता कि सबको मान्यता प्राप्त हो । मरीज़ों के लिए तो वही डॉक्टर अच्छा है जो समय पर उपलब्ध हो , मृदु भाषी हो और काबिल हो । फिर भी आर्थिक व्यवस्था के रहते मांपदंडों में मतभेद हो सकता है ।
जिस सादगी से आपने स्वयं को पुरस्कृत किए जाने की बात लिखी है,वह भावुक करने वाली है। बधाई स्वीकार कीजिए और आगे के लिए भी शुभकामनाएं लीजिए।
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई, बहुत अच्छा लगा ईनाम आप को मिला, देख कर ऎसा लगा कि हमे मिला हो.फ़िर से बहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteधन्य चिकित्सारत्न हे ! श्री टी. एस. दराल !
ReplyDeleteलेंगे अब हम पार्टी ,शीघ्र… जल्द… तत्काल !!
तैयार रहिएगा डॉक्टर साहब !
मुझे व्यक्तिगत रूप से प्रसन्नता हो रही है …
आपने तो मुझे अपने स्नेह से भी इतना नवाज़ा है ।
पुनः बहुत बहुत बहुत बधाइयां … !
हार्दिक शुभकामनाएं …!!
मंगलकामनाएं !!!
- राजेन्द्र स्वर्णकार
शस्वरं
अरे वाह -बहुत बहुत बधाई -और हा हा भी -जोरदार बोला आपने !
ReplyDeletedoktr rtn kaa prskaar mubaark h is yug men agr aap jese doktr hen to hi doktr kaa peshaa jntaaa ke saamne apni izt bchaa skegaa hm jaante hen is muqaam tk phunchne ke liyen aapne naa jaane kitni qurbaaniyaa di honge aek bar fir bdhaayi. akhtar khan akela kota rajsthan
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई डॉक्टर साब , आपकी इस उपलब्धि पर पूरे ब्लॉग जगत को ही गर्व है
ReplyDeleteऔर जिम्मेवारियों की कैसी चिंता....आपने अपनी जिम्मेवारी अच्छी तरह निभाई तभी तो,इस अवार्ड के हकदार बने...शुभकामनाएं
डॉ.साहब,
ReplyDeleteहार्दिक बधाई स्वीकार करें।
आपको पुरस्कृत होते हुए देखना बहुत अच्छा लगा.
ReplyDeleteदिल खुश हो गया.
आपको बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं.
धन्यवाद.
WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM
बहुत-बहुत बधाई सर... आप वास्तव में रत्न हैं.. ये सम्मान खुद ही गौरवान्वित हो रहा होगा आपको मिलके..
ReplyDeleteएक उम्दा पोस्ट के लिए बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएं !
ReplyDeleteआपकी चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है यहां भी आएं
अरे वाह...डाक्टर साहब...बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत....बधाई...टोकरा भर के...अब तो दिल्ली आना ही पड़ेगा पार्टी खाने ...वैसे घबराएँ नहीं मैं कुछ ज्यादा नहीं खता एक चाय और बिस्कुट पर पार्टी हो जाएगी...:))
ReplyDeleteनीरज
मेरी ओर से बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteशुक्रिया नीरज जी, स्वागत है । लेकिन यह भी बता दें , बिस्कुट किस ब्रांड के हों । हा हा हा !
ReplyDeleteहार्दिक बधाई आपको इस सम्मान के लिये
ReplyDeleteइस पुरस्कार के लिए आपको ढेरों बधाई. कभी हमारे 'शब्द-शिखर' पर भी पधारें.
ReplyDeleteयह पुरस्कार आपके कार्यों की दास्तान खुद बखुद कह रहा है। बधाई स्वीकारिये।
ReplyDelete………….
संसार की सबसे सुंदर आँखें।
बड़े-बड़े ब्लॉगर छक गये इस बार।
आपको बहुत बधाई। आप इसी प्रकार देश की सेवा करते रहें।
ReplyDeleteबहुत-बहुत बधाई
ReplyDelete