आज महिला दिवस के अवसर पर , एक छोटी सी रचना , नारी के विभिन्न रूपों को समर्पित :
मात पिता को पुत्री
बेटा बन कर संभालती
सेवाभाव में न हारी ,
ऐसी होती है नारी।
कौर बांटे भाई से
त्याग की बने मूर्ती
रहे फ़र्ज़ पर बलिहारी ,
ऐसी होती है नारी।
पति प्रेम में प्रेयसी
समर्पण की है प्रतिमूर्ति
कभी शोला कभी चिंगारी ,
ऐसी होती है नारी।
ममतामयी आँचल की छाया
कोमल अहसास जो बिखेरती
सुख दुःख में वारी ,
ऐसी होती है नारी।
आज के दिन यदि हम अपने रिश्तों को मज़बूत कर सकें , तो शायद यही सच्चा महिला दिवस सैलीब्रेशन होगा।
मात पिता को पुत्री
बेटा बन कर संभालती
सेवाभाव में न हारी ,
ऐसी होती है नारी।
कौर बांटे भाई से
त्याग की बने मूर्ती
रहे फ़र्ज़ पर बलिहारी ,
ऐसी होती है नारी।
पति प्रेम में प्रेयसी
समर्पण की है प्रतिमूर्ति
कभी शोला कभी चिंगारी ,
ऐसी होती है नारी।
ममतामयी आँचल की छाया
कोमल अहसास जो बिखेरती
सुख दुःख में वारी ,
ऐसी होती है नारी।
आज के दिन यदि हम अपने रिश्तों को मज़बूत कर सकें , तो शायद यही सच्चा महिला दिवस सैलीब्रेशन होगा।
महिला दिवस पर एक बहुत अच्छी प्रस्तुती धन्यवाद
ReplyDeleteनारी के विभिन्न रूपों के बिना हमारा अस्तित्व ही क्या है ? बहुत बढ़िया डॉ दराल !
ReplyDeleteऐसे मनाये महिला दिवस
ReplyDeleteopen this link
बहुत बढ़िया!!! और सही कहा !!!
ReplyDelete"मात पिता को पुत्री
बेटा बन कर संभालती..."
उपरोक्त मेरी दूसरी बेटी पर विशेषकर लागू है क्योंकि अन्य दो उच्च पढाई या कार्य की मजबूरी के कारण, अथवा विवाहोपरांत (सन '९९ तक, जब मेरी धर्मपत्नी मेरा साथ छोड़ गयी) हम दोनों के साथ रही और मजाक में उसकी बहनें उसको "श्रवण कुमारी" पुकारते थे :)
महिला दिवस पर बेहतरीन प्रस्तुती! बहुत खूब!
ReplyDeleteउम्दा प्रस्तुति!!
ReplyDeleteविश्व की सभी महिलायों को अंतर राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.
-उड़न तश्तरी
मातृ-दिवस पर मातृ-शक्ति को नमन!
ReplyDeleteनारी के हर रूप को कविता के माध्यम से दर्शाया है...बहुत ही अच्छी प्रस्तुति....
ReplyDeleteमैंने भी इसी नाम से एक पोस्ट लिखी है...
"ऐसी है आज की नारी"
www.rashmiravija.blogspot.com
महिला दिवस पर सही अभिव्यक्ति। शुभकामनायें।
ReplyDeleteडॉ साहब,उम्दा प्रस्तुति है.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया... महिला शक्ति को नमन प्रणाम
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति ,बधाई
ReplyDeleteयह असली नारी दिवस की कविता, बहुत अच्छी ओर भाव पुर्ण
ReplyDelete....प्रसंशनीय रचना!!!!
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुति ,बधाई.....
ReplyDeleteagar kaanoono kaa durupyog naa kare naari, to sach main 100% mahaan ho jaayegi naari.
ReplyDeletethanks.
WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COM
Avsaranusaar sundar abhivyakti....Dhanywaad!
ReplyDeleteHappy Women's Day !!
सच कहा है डाक्टर साहब ..... अगर हम औरत को सम्मान, प्यार और पूरा महत्व दे सकें तो जीवन सुदार जाएगा ..... हर रूप में औरत का सम्मान होना चाहिए ... बहुत अच्छी रचना है ,,...
ReplyDeleteमहिला दिवस पर एक बहुत अच्छी प्रस्तुती धन्यवाद
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति
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