एक दिन एक महिला बोली ,
डॉक्टर साहब , मेहरबानी कीजिये ,
और कोई अच्छी सी दवा दीजिये !
मेरे पति रात मे बहुत बड़बड़ाते हैं !
लेकिन वो क्या बोलते हैं, हम समझ नहीं पाते हैं !
हमने दवा लिख कर कहा, यदि आप ये दवा सुबह शाम लेंगे,
तो आपके पति अवश्य ही नींद मे बड़बड़ाना बंद कर देंगे !
वो बोली नहीं डॉक्टर साहब , आप फीस भले ही दुगना कर दें ,
लेकिन दवा ऐसी दीजिये कि वो साफ साफ बोलना शुरू कर दें !
उनके बड़बड़ाने से हम बिल्कुल भी नहीं घबराते हैं ,
लेकिन पता तो चले कि वे नींद मे किस को बुलाते हैं !
हमने कहा बहन जी , हमारी दुआ उनके लिये है ,
लेकिन ये दवा उनके लिये नहीं, आपके लिये है !
हम आपके पति का हौसला बिना दवा के ही बुलंद कर देंगे ,
आप उन्हे दिन मे बोलने दें , वे रात मे बड़बड़ाना खुद ही बंद कर देंगे !
डॉ साहब आपने सही सवा सही व्यक्ति को दिया !
ReplyDeleteसंत -नेता उवाच !
क्या हो गया है हमें?
मजेदार....स्वस्थ हास्य लिये सुंदर अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteसराहनीय पोस्ट
ReplyDeleteसक्रांति की शुभकामनाएँ।
शुक्रिया जी . आपको भी शुभकामनाएं .
Deleteवाह जी वाह ... मस्त हास्य ... और वो भी आपके प्रोफेशन से जुड़ा हुआ ... क्या बात है ...
ReplyDeleteमकर सक्रांति की शुभकामनायें ...
आपको भी शुभकामनाएं .
Deleteअरे वाह मस्त हास्य ...... मज़ा आया डाक्टर साहब
ReplyDelete:) Sahi hai....
ReplyDelete:) कुछ भी ..
ReplyDeleteजी :)
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