आज फिर हमने कटिंग कराई,
आज फिर अपनी हुई लड़ाई।
हमनें कहा नाई से,
बाल ज़रा कुछ तो काटो भाई।
ले लो भले ही जितना माल चाहिए,
वो बोला,
काटने के लिए भी तो बाल चाहिए।
सिर पर चार बाल हैं, क्या छाटूँ,
समझ नहीं आता किसे छोडूं किसे काटूं।
जब पैसे देने की बारी आई,
तो हमने दलील सुनाई,
कि अब पैसे भी अनुपात में ही लो भाई।
वो बोला, जनाब
कीमत तो चार बाल की भी पूरी देनी पड़ती है,
आखिर प्रेशियस चाइल्ड की देखभाल
तो सबसे ज्यादा करनी पड़ती है।
शुक्र है कि नाई ने चारगुना मेहनताना नहीं वसूला ।
ReplyDeleteबाल ढूँढने में जो बेचारे ने मशक्कत की होगी उसके बारे में भी सोचिए न ।
😄😄😄😄
🤣🤣🤣🤣🙏🙏
Deleteये सूचना कल भी दी गयी थी ।।
ReplyDeleteनाई की बात में दम। बढ़िया हास्य कविता के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteशुक्रिया। 😅
Deleteप्रिशियस चाइल्ड हा.हा हा..अच्छा है।
ReplyDeleteहास्य व्यंग्य तनावमुक्त रखने में सहायक होता है।
सादर।
😊🙏
Deleteवाह!!!
ReplyDeleteमजेदार व्यंग
😂😂
😅🙏
Deleteवाह जबरदस्त नाई भी कहां आपसे कम है
ReplyDeleteदेरी के लिए क्षमा स्वास्थ साथ नहीं दे रहा आजकल🤗🤗
अरे क्या हुआ ? अपना ध्यान रखिये। कोई सलाह चाहिए तो बताइए।
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