कहते हैं, खरबूजे को देखकर
खरबूजा रंग बदलता है।
लेकिन पत्नी पर भैया, भला किसका वश चलता है।
हमने पत्नी से कहा , आप में बस एक कमी है।
आपको हमारी लम्बी उम्र की, फ़िक्र ही नहीं है।
पत्नी बोली, देखो मेरा गला ख़राब है,
ज्यादा जोर से बोल नहीं सकती।
लेकिन ना पहले कभी की है ,
अभी भी कभी नक़ल कर नहीं सकती।
माना कि हमारा वर्षों का साथ है ,
किन्तु आपकी उम्र और आपकी सेहत, आपके ही हाथ है।
जब रोजाना जिम जाते थे ,
६० में भी गबरू नज़र आते थे।
अब सारा दिन घर में पड़े पड़े, रोटियां तोड़ते हो।
और लम्बी उम्र का ठीकरा, हम पर फोड़ते हो।
अज़ी शर्म करो, बिस्तर से उठो, ज़रा शारीरिक श्रम करो ।
डांस क्लास ही ज्वाइन करो, पर हम पर रहम करो।
आजकल डांस में भी, एक्सरसाइज ही तो कराते हैं।
तभी तो सभी डांसर, एकदम फिट नज़र आते हैं।
पत्नी की बात हमारी समझ में आ गई ,
समझो अकल में समां गई।
किन्तु डांस क्लास ज्वाइन की तो समझे कि ,
इस उम्र में ये बात , आहिस्ता आहिस्ता ही समझ में आती है।
जिंदगी भर तो पत्नी , एक उंगली पर नचाती रही ,
अब डांस मास्टर अपने इशारों पर नचाती है।
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर गुरुवार 5 नवंबर 2020 को साझा की गयी है.... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteवाहः
ReplyDeleteजिंदगी भर तो पत्नी , एक उंगली पर नचाती रही ,
अब डांस मास्टर अपने इशारों पर नचाती है।
स्वस्थ्य रहना जरूरी है
सुन्दर लेखन
समय चाहे कितना भी बदल गया हो, पर नारी मन के प्रेमिल भाव, करुणा, परिवार की मंगलकामना जैसे भाव ख़त्म नहीं हुए हैं। जताने का लहजा भले ही कैसा हो !
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ReplyDeleteblog-se-paise-kaise-kamaye-in-hindi
सुन्दर सृजन।
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