कहते हैं,
खरबूजे को देखकर
खरबूजा रंग बदलता है।
लेकिन पत्नी पर भैया, भला
किसका वश चलता है।
हमने पत्नी से कहा ,
आप में बस एक कमी है।
आपको हमारी लम्बी उम्र की,
फ़िक्र ही नहीं है।
पत्नी बोली,
देखो मेरा गला ख़राब है,
ज्यादा जोर से बोल नहीं सकती।
लेकिन ना पहले की है नक़ल ,
ना अभी मैं कभी कर नहीं सकती।
माना कि हमारा वर्षों का साथ है ,
किन्तु आपकी उम्र और आपकी सेहत,
आपके ही हाथ है।
जब रोजाना जिम जाते थे ,
६० में भी गबरू नज़र आते थे।
अब सारा दिन घर में पड़े पड़े,
रोटियां तोड़ते हो।
और लम्बी उम्र का ठीकरा,
हम पर फोड़ते हो।
अज़ी शर्म करो, बिस्तर से उठो,
ज़रा शारीरिक श्रम करो ।
डांस क्लास ही ज्वाइन कर लो,
पर हम पर रहम करो।
आजकल डांस में भी,
एक्सरसाइज ही तो कराते हैं।
तभी तो सभी डांसर,
एकदम फिट नज़र आते हैं।
पत्नी की बात हमारी समझ में आ गई ,
समझो अकल में समां गई।
किन्तु डांस क्लास ज्वाइन की तो समझे कि ,
इस उम्र में ये बात ,
आहिस्ता आहिस्ता ही समझ में आती है।
जिंदगी भर तो पत्नी ,
एक उंगली पर नचाती रही ,
अब डांस मास्टर अपने इशारों पर नचाती है।
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (17-10-2019) को "सबका अटल सुहाग" (चर्चा अंक- 3492) पर भी होगी।
ReplyDelete--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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अटल सुहाग के पर्व करवा चौथ की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
वाह!!!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर... लाजवाब।
जी , धन्यवाद।
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