1) दो कंजूस :
दो कंजूस मित्रों की हुई शादी
और बात हनीमून की आई ,
तो एक कंजूस ने चिंता ज़ताई
यार यह तो बिना बात का खर्चा आ गया !
दूसरा कंजूस बोला सच कहा भाई
इसीलिये आधा खर्चा बचाने को ,
मैं तो हनीमून पर अकेला ही चला गया !
पहला बोला यार सब फिज़ूलखर्ची है ,
मैने तो पूरा ही खर्चा सहेज लिया !
और हनीमून पर पत्नी के साथ
अपनी जगह पड़ोसी को भेज दिया !
2) काम :
मीटिंग खत्म हुई तो
2) काम :
मीटिंग खत्म हुई तो
बॉस पी ए से बोला,
आज तो बहुत देर हो गई !
अब घर जाकर भी काम संभालना पड़ेगा !
पी ए बोली , सर उसकी चिन्ता नहीं है ,
खाना बनाने का काम
आजकल हमारे पतिदेव कर रहे हैं!
बॉस बोला डियर तुम्हारी नहीं,
हम तो अपनी बात कर रहे हैं !!
3) डांट :
एक अफसर की पी ए देर से आई ,
साहब ने उसे जमकर डांट लगाई !
हमने कहा ज़नाब ,
काहे बेचारी महिला को डांट लगाते हैं !
वो बोले भैया , ये दफ्तर की बात है,
घर मे तो डांट हम खुद ही खाते हैं !
4) कविता चोर कवि :
एक बार हमने कविता सुनाई ,
सुनकर श्रोताओं ने जमकर तालियाँ बजाईं !
तभी एक महिला आकर बोली ,
डॉक्टर साहब कमाल है,
हम क्या सोचते थे, आप क्या निकले !
आप बड़े शरीफ दिखते थे,
आप तो असली कवि निकले !
बात हमे तब समझ मे आई,
जब पता चला कि वो जिस कवि की फैन थी ,
उसी की काव्य गोष्ठी से होकर आई थी !
और हमने अपने नाम से
उसी कवि की कविता चुराकर सुनाई थी !
5)
क्रांति :
कभी मां बाप बेटे से कहते थे,
5)
क्रांति :
कभी मां बाप बेटे से कहते थे,
बेटा सुन्दर , सुशील
गृह कार्य मे दक्ष ,
गृह कार्य मे दक्ष ,
लड़की से ही शादी करना !
आजकल कहते हैं, बेटा
शादी लड़की से ही करना !!
नोट : कृपया बताएं कौन सी हंसिका सबसे ज्यादा पसंद आई ! ( कोई भी पसंद न आई हो तो भी बताएं )
नोट : कृपया बताएं कौन सी हंसिका सबसे ज्यादा पसंद आई ! ( कोई भी पसंद न आई हो तो भी बताएं )
वाह सभी की बातचीत अच्छी है :-)
ReplyDeleteबातचीत ! हा हा हा !
Deleteसभी बढ़िया हैं ...' कविता चोर कवि' कमाल की है
ReplyDeleteजी , यह कवियों के लिये बहुत संवेदनशील मामला है !
Deleteसभी अच्छे हैं ,पहला गुदगुदा गया|
ReplyDeleteनई पोस्ट फूलों की रंगोली
नई पोस्ट आओ हम दीवाली मनाएं!
:)
Deleteपी ऐ का फोटू और लगाते तो कमेन्ट देते न ....
ReplyDeleteअपॉइंट करते ही दिखा देंगे ! :)
Deletemujhe to akhiri wali best lagi :D
ReplyDeleteजी ये वाली मॉडर्न है ! :)
DeleteAll is well
ReplyDelete:-D
सभी की सभी पसंद आयी।
ReplyDeleteलेकिन, आप पूछ रहे हैं इसलिए विशेष 2 और 3 लगी।
कृपया बुरा मत मानना, पहली वाली मुझे कुछ अश्लील लगी।
शायद कुछ हद्द तक अश्लील थी भी या शायद मेरी सोच गलत हैं।
सॉरी, इस बारे में आप खुद तय कर लीजियेगा।
धन्यवाद।
ऐसे ही लोगो को हंसाते रहियेगा, थैंक्स।
चन्द्र कुमार सोनी
WWW.CHANDERKSONI.COM
सोनी जी , अश्लील तो नहीं लेकिन व्यस्कों के लिये कह सकते हैं . इतना तो चलता है .
Deleteपहली तो मारक थी ←शेष सभी भी उद्धारक ! तुसी ग्रेट हो डाक्टर साहब!
ReplyDeleteपहले ये बताईये कि किस हंसिका को लिखते हुए ज़्यादा गुदगुदी हुई :-)
ReplyDeleteपहली को छोड़ बाकी सब हकीकत हैं जी . अब आप बताईये , कौन सी पसंद आई !
Deleteबढ़िया प्रस्तुति है महोदय-
ReplyDeleteशुभकामनायें स्वीकारें-
आभार .
ReplyDeleteबहुत ही मनोरजक ...
ReplyDeleteक्रमांक चार तो बेहद पसंद आया ... बढ़िया प्रस्तुति
ReplyDeleteसभी शानदार हैं … डांट और कविता चोर कवि ज्यादा पसंद आई !
ReplyDeleteबेहतरीन हंसिकाये
ReplyDeleteडाक्टर साहिब हशिकाएं सभी जानदार , चुराई हुयी कविता बेहद शानदार .. कभी कभी अकविता लिखकर हमें भी शक होता है ये किसी और की तो नहीं .. नाहक चोर बन जाऊं ...... बधाई
ReplyDeleteसारी हंसिकायें पसन्द आयी
ReplyDeleteसबसे ज्यादा कविता चोर कवि
प्रणाम
हा हा यूं तो सभी अच्छी हैं ... पर क्रान्ति मस्त है सबसे ...
ReplyDeleteहा हा हा हा हमें तो कविता चोर कविता सबसे जोरमजोर लगी जी , मगर बांकी भी बराबर फ़टाके सी हैं :)
ReplyDeleteपसंद करने के लिये आप सभी का आभार ! कविता चोर कवि को सबसे ज्यादा वोट मिले ! अंतिम को भी बहुत पसंद किया गया ! हास्य मे व्यंग का पुट चार चाँद लगा देता है !
ReplyDelete४ नंबर वाली सबसे कमाल की है जी ....कविता चोर कवि
ReplyDeleteजी सारी की सारी
ReplyDelete