पता चला है कि
इंग्लॅण्ड के आदमी और कुत्ते ,
काम में इतना मशगूल हो जाते हैं ,
कि मालिकों की तरह उनके कुत्ते भी,
बच्चे पैदा करना ही भूल जाते हैं।
अब तो ब्रिटिश सरकार को भी ,
ये सत्य सताता है,
कि वहां दोनों प्रजातियों में ,
बच्चे कम, और बुजुर्गों की संख्या ज्यादा है।
अब इस विचार से हमारी सरकार तो,
बडी भाग्यशाली है,
क्योंकि यहाँ बच्चे और कुत्ते ,
दोनों के मामले में खुशहाली है।
और इस खुशहाली से ,
हमारी सरकार कुछ तो चिंतित नजर आ रही है,
पर ऐसा लगता है, अमेरिकन सरकार को ,
इसकी चिंता ज्यादा सता रही है।
और जब ज्योर्ज बुश को ,
चिंता ने अधिक सताया,
तो एक वैज्ञानिक आयोग बैठाया,
और उन्होंने पता लगाकर बताया ,
कि धरती पर १.३ मिलियन बिलियन ,
मनुष्य रह सकते हैं।
यानी अभी हम और दो लाख गुना ,
लोगों का बोझ सह सकते हैं।
अब ये जान कर उनकी तो ,
जान में जान आई,
पर उनके सामान्य ज्ञान पर ,
हमको बड़ी हँसी आई।
अरे हमें तो ये बात pahle ही पता थी,
तभी तो हम चैन से जिए जा रहे हैं,
और बेफिक्र होकर बेधड़क,
बच्चे पैदा किए जा रहे हैं।
जय , जय हो।
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हा...हा..हा...बहुत ही मजेदार...
ReplyDeleteआपकी कटाक्ष करने की अदा बहुत पसंद आई
गजब का कटाक्ष है सर!
ReplyDeleteसादर
बाई दी वे कितने बच्चे पैदा किये हैं अभी तक,डॉ.साहिब.
ReplyDeleteआपकी बेफिक्री पर तो नाज है हमें.
निश्चिंत रहना भी कितनी बड़ी नियामत है - होगा सो देखा जयेगा !
ReplyDeleteबच्चों को भगवान की देन मान लिया जाए तो बेफ़िक्री के साथ भक्ति का भी लाभ मिलता है :))
ReplyDeleteबढ़िया रचना.