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Wednesday, May 25, 2022

ऐसा भी होता है-

 

एक शादी में होकर घर वापस आ रहे थे। ज्यादा देर नहीं हुई थी, यही कोई रात के साढ़े नौ बजे होंगे। दिल्ली में आउटर रिंग रोड़ काफ़ी चौड़ी बनाई गई है , हालांकि वहां रुकावट के लिए खेद जताए बिना ही कुछ न कुछ काम चलता ही रहता है। इसलिए कहीं कहीं सड़क कम चौड़ी भी रह जाती है।
रोहिणी से आते हुए बुराड़ी के पास अचानक बाइक पर बिना हेलमेट सरपट दौड़ते हुए दो युवक नज़र आए। पीछे बैठा युवक हमारी ओर देखकर हाथ को गोल गोल घुमाकर कुछ इशारा कर रहा था ,मानो टायर पंक्चर होने का संकेत दे रहा हो। लेकिन गाड़ी बिल्कुल सही चल रही थी और पंक्चर होने की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही थी। फिर सोचा, कहीं कोई गेट तो नही खुला रह गया। लेकिन ऐसा भी नहीं था। न ही कोई कपड़ा बाहर लटक रहा था। खैर आश्वत होकर हम गाड़ी चलाते रहे। बाइक वाले भी अंधेरे में दिखने बंद हो गए।
थोड़ी दूर जाने पर जाने कहाँ से वे फिर साइड में आ गए और फिर वैसे ही जोर जोर से इशारा करने लगे। अब हम समझ गए कि मामला गड़बड़ है । इसलिए तुरंत बीच वाली लेन छोड़कर हम सबसे दायीं लेन में आ गए। ट्रैफिक बहुत था। अंततः वे गायब हो गए।
अब बात सोचने की ये है कि वो कौन थे, क्या कहना या करना चाह रहे थे। और यदि हम बिना दिमाग का इस्तेमाल किये गाड़ी साइड में लगाकर चेक करने लग जाते, तो क्या हो सकता था। रात में बीवी के साथ शादी या पार्टी में शहर से बाहर जाना कितना खतरनाक हो सकता है, इसका आभास हमें उस दिन हुआ। नई साड़ी और कुछ न कुछ जेवर पहन कर सजी धजी महिला को ये लोग गिद्ध की नज़र से ढूंढ लेते हैं। फिर कुछ भी हो सकता है।
ऐसे में एक तो ये ध्यान रखें कि हमेशा दायीं वाली लेन में चलें। वह सबसे सुरक्षित होती है। दूसरे किसी भी अनजान व्यक्ति पर विश्वास न करें। किसी वज़ह से रुकना भी पड़े तो किसी ऐसी जगह रुकें जहां और लोग भी हों, अंधेरे में सुनसान जगह नहीं। आजकल सब गाड़ियों में ट्यूबलेस टायर होते हैं, इसलिए पंक्चर होने पर भी एकदम रुकने की ज़रूरत नहीं। बस इन बातों का ध्यान रखें और सुरक्षित रहें।



1 comment:

  1. यह पोस्ट सच्ची घटना पर आधारित है और जन साधारण को सचेत करने के लिए लिखी है।

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