शादी के कार्ड में लिखे
समय पर जाएँ या न जाएँ ,
लेकिन कार्ड को पढ़कर ज़रूर जाएँ ।
एक शाम हम बिना पढ़े ही चले गए ,
उस दिन ऐसा धोखा खाये थे।
कि शादी में एक की जाना था ,
और बधाई दूसरे को दे आये थे।
दूल्हा भी लगा जाना पहचाना था ,
पर घर आकर कार्ड में देखा,
उस शादी में तो दोपहर को जाना था।
सही कहा आपने
ReplyDeleteउनके भाग्य में लिखा था लिफाफा और आपके भाग्य में उनका प्रीति भोज