यूं ही जिंदगी बिता दी काम करते करते,
दुनिया आगे निकल गई आहिस्ते आहिस्ते।
हम पूर्वी दिल्ली में अटके रहे जीवन भर,
गुड़गांव पॉश शहर बन गया देखते देखते।
मैट्रो का शानदार सफ़र करती है युवा पीढ़ी,
हम डी टी सी सफ़र करते रहे लटके लटके।
एंबियंस मॉल का एम्बिएंस दिखे है शानदार,
हम आई एन ए की गलियों में रहे भटकते।
युवा ही युवा हैं चमकते मॉल्स की दुनिया में,
हम तो एवै ही देखो बूढ़े हो गए घूमते घूमते।
ज़रूरत की चीजें खरीदते थे जरूरत पड़ने पर,
पर अब बीवी थका देती है शॉपिंग करते करते।
--- सीधे गुरुग्राम के एंबियंस मॉल से।