tag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post8784590814205151610..comments2024-03-21T12:48:25.921+05:30Comments on अंतर्मंथन: जहाँ परिवार में परस्पर प्यार है , वह केवल अपना हिंदुस्तान है---डॉ टी एस दरालhttp://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-50879653613648227362013-08-31T21:53:04.514+05:302013-08-31T21:53:04.514+05:30सच ही लिखा है आपने (कहा है), पर अब तो पैसे के पाछे...सच ही लिखा है आपने (कहा है), पर अब तो पैसे के पाछे भागती इस दुनिया में (भारत भी अपवाद नही) बुजुर्गों को देखने का उनसे दोबात करने का समय कहां है । बुजुर्गों को भी चाहिये कि अगर वे बच्चों के साथ हैं तो ुनके काम में यथाशक्ति हाथ बटायें इससे समय भी अच्छा बीतेगा और कुछ करपाने का समाधान भी मिलेगा ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-49628093675647203582013-08-30T00:08:06.951+05:302013-08-30T00:08:06.951+05:30शुक्रिया डॉ साहब आपकी टिप्पणियों का। आपकी टिपण्णी ...शुक्रिया डॉ साहब आपकी टिप्पणियों का। आपकी टिपण्णी हमारा ज्ञान कोष हैं। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-35950291046344543632013-08-29T22:45:16.473+05:302013-08-29T22:45:16.473+05:30☆★☆★☆
वाऽहऽऽ…!
आदरणीय डॉ.दराल सा'ब
य...<b> </b> <br /><b> </b> <br /><b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.in" rel="nofollow">☆★☆★☆</a></b><br /><br /><b> </b> <br /><b> </b> वाऽहऽऽ…!<br /><b><i> आदरणीय डॉ.दराल सा'ब</i></b> <br />यह भाषण म्म्मेऽरा... मतलब आलेख पढ़ने के बाद यही कहूंगा कि <b>भाषण देने का अवसर निकालते रहा करें! </b> <br /><b> </b> बहुत उपयोगी और प्रेरणा देने वाला है...<br /><br /><b> </b>शुभकामनाओं-मंगलकामनाओं सहित...<br />-राजेन्द्र स्वर्णकार<br /><b> </b> <br /><b> </b> Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-57925907288357756762013-08-29T13:24:09.798+05:302013-08-29T13:24:09.798+05:30भाषण ही सही पर आपने सही विषय को छुआ है ... आज कल क...भाषण ही सही पर आपने सही विषय को छुआ है ... आज कल का माहोल कुछ ऐसा ही है की हर कोई तेज़ी में बुजुर्गों को देखना ही नहीं चाहता ... भाल बैठे हैं की वो भी कभी बुजुर्ग होने वाले हैं ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-34906853220110516752013-08-28T21:01:33.184+05:302013-08-28T21:01:33.184+05:30संसद वारे कोब्रान ने कौन गिनेगा भैया
बहुत बढ़िया...संसद वारे कोब्रान ने कौन गिनेगा भैया <br /><br />बहुत बढ़िया प्रस्तुति जन्माष्टमी के मौके पर आनंद वर्षंन हैगो भैया। <br /><br /><br /> आज तो सारा आलम सारी कायनात ही कृष्ण मय हो रई भैया । उसकी लीला ही अपरम्पार हैं स्वाद लेबे को भागवत कथा सुनबे। झूठ् ना कहूँ तोसे। मजो आ गया ओ ,नन्द आनंद कारज होवे और मजा न आवे। नन्द का मतलब होवे आनंद। <br /><br />मैया मोहे दाऊ भोत खिजायो ,<br /><br />मोते कहत मोल को लीन्हों तू जसुमत कब जायो,<br /><br /><br />गोर नन्द जसोदा गोरी तू कत श्याम शरीर<br /><br />जन्माष्टमी की बधाई क्या बधाया सब ब्लागियन कु। <br /><br />ॐ शान्ति <br /><br />भैया जसोदा का मतलब ही होवे है जो यश दिलवावे। सगरे बिग्रे काज संभारे। <br /><br />श्रीकृष्णचन्द्र देवकीनन्दन माँ जशुमति के बाल गोपाल ।<br />रुक्मणीनाथ राधिकावल्लभ मीरा के प्रभु नटवरलाल ।।<br /><br />मुरलीधर बसुदेवतनय बलरामानुज कालिय दहन ।<br />पाण्डवहित सुदामामीत भक्तन के दुःख दोष दलन ।।<br /><br />मंगलमूरति श्यामलसूरति कंसन्तक गोवर्धनधारी ।<br />त्रैलोकउजागर कृपासागर गोपिनके बनवारि मुरारी ।।<br /><br />कुब्जापावन दारिददावन भक्तवत्सल सुदर्शनधारी ।<br />दीनदयाल शरनागतपाल संतोष शरन अघ अवगुनहारी ।।<br /><br />श्री कृष्ण स्तुती<br />कस्तुरी तिलकम ललाटपटले,<br />वक्षस्थले कौस्तुभम ।<br />नासाग्रे वरमौक्तिकम करतले,<br />वेणु करे कंकणम ।<br />सर्वांगे हरिचन्दनम सुललितम,<br />कंठे च मुक्तावलि ।<br />गोपस्त्री परिवेश्तिथो विजयते,<br />गोपाल चूडामणी ॥<br /><br />बधाई जन्मोत्सव कृष्ण कृष्ण बोले तो जो अन्धकार को दूर करे। <br />माँ बदल देती है खुशियों में उन्हें <br />हादसे जो राह में मिलते रहे <br /><br />संसद वारे कोब्रान ने कौन गिनेगा भैया <br /><br />अब तो बिल भी पास है गयो। कोबरा ही अगला प्रधान मंत्री होवेगो सही कह रियो भैया। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-48320246694959741662013-08-28T20:55:22.217+05:302013-08-28T20:55:22.217+05:30बहुत बढ़िया प्रस्तुति जन्माष्टमी के मौके पर आनंद व...बहुत बढ़िया प्रस्तुति जन्माष्टमी के मौके पर आनंद वर्षंन हैगो भैया। <br /><br /><br /> आज तो सारा आलम सारी कायनात ही कृष्ण मय हो रई भैया । उसकी लीला ही अपरम्पार हैं स्वाद लेबे को भागवत कथा सुनबे। झूठ् ना कहूँ तोसे। मजो आ गया ओ ,नन्द आनंद कारज होवे और मजा न आवे। नन्द का मतलब होवे आनंद। <br /><br />मैया मोहे दाऊ भोत खिजायो ,<br /><br />मोते कहत मोल को लीन्हों तू जसुमत कब जायो,<br /><br /><br />गोर नन्द जसोदा गोरी तू कत श्याम शरीर<br /><br />जन्माष्टमी की बधाई क्या बधाया सब ब्लागियन कु। <br /><br />ॐ शान्ति <br /><br />भैया जसोदा का मतलब ही होवे है जो यश दिलवावे। सगरे बिग्रे काज संभारे। <br /><br />श्रीकृष्णचन्द्र देवकीनन्दन माँ जशुमति के बाल गोपाल ।<br />रुक्मणीनाथ राधिकावल्लभ मीरा के प्रभु नटवरलाल ।।<br /><br />मुरलीधर बसुदेवतनय बलरामानुज कालिय दहन ।<br />पाण्डवहित सुदामामीत भक्तन के दुःख दोष दलन ।।<br /><br />मंगलमूरति श्यामलसूरति कंसन्तक गोवर्धनधारी ।<br />त्रैलोकउजागर कृपासागर गोपिनके बनवारि मुरारी ।।<br /><br />कुब्जापावन दारिददावन भक्तवत्सल सुदर्शनधारी ।<br />दीनदयाल शरनागतपाल संतोष शरन अघ अवगुनहारी ।।<br /><br />श्री कृष्ण स्तुती<br />कस्तुरी तिलकम ललाटपटले,<br />वक्षस्थले कौस्तुभम ।<br />नासाग्रे वरमौक्तिकम करतले,<br />वेणु करे कंकणम ।<br />सर्वांगे हरिचन्दनम सुललितम,<br />कंठे च मुक्तावलि ।<br />गोपस्त्री परिवेश्तिथो विजयते,<br />गोपाल चूडामणी ॥<br /><br />बधाई जन्मोत्सव कृष्ण कृष्ण बोले तो जो अन्धकार को दूर करे। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-43520457723829719202013-08-27T19:20:19.358+05:302013-08-27T19:20:19.358+05:30डॉ साहब ,
सादर प्रणाम |
बहुत सार्थक लेखन |डॉ साहब ,<br />सादर प्रणाम |<br />बहुत सार्थक लेखन |Dr ajay yadavhttps://www.blogger.com/profile/17231136774360906876noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-52783095595864516302013-08-27T11:30:05.232+05:302013-08-27T11:30:05.232+05:30भावना आपकी अच्छी है यथार्थ कड़वा है यहाँ अमरीका ज...भावना आपकी अच्छी है यथार्थ कड़वा है यहाँ अमरीका जैसे विकसित राष्ट्रों में (मैं अमरीका के बारे में ज्यादा जानता हूँ साल में चार -पांच महीने यहाँ रहना हो जाता है )बड़ों के लिए एकल सीनियर सिटिज़न होम्स हैं जहां नर्सिंग खुद चलके आपके द्वारे आती है। न्यूनतम ६०० डालर की राशि सबको मिलती है हैसियत के हिसाब से इससे कहीं ज्यादा भी मिलती है। 24 x 7 देखभाल मिलती है। खाना पका पकाया। भारत में एक जगह बतला दो ऐसी। ख़ुशी होगी मुझे बहुत ज्यादा। गलत फहमी भी दूर हो जायेगी। न्यूक्लीयर फेमिलीज़ आर दी मोस्ट अन -क्लीयर फेमिलीज़। <br /><br />इसकी मिटटी उठे तो एक कमरा खाली हो यही भाव मिलेगा ज्यादा त र जगहों पर। उम्र दराज़ लोगों के प्रति मेरे भारत में। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-62421663556893210332013-08-27T10:55:54.257+05:302013-08-27T10:55:54.257+05:30इस प्रेम को बनाए रखने मे भी बुजुर्गों का ही हाथ रह...इस प्रेम को बनाए रखने मे भी बुजुर्गों का ही हाथ रहता है, इसलिए वे अपनी भूमिका को कभी भी कम नहीं आंके। भाषण सुनते तो शायद ज्यादा प्रभावी होता। अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-40265101046899564622013-08-27T07:11:06.319+05:302013-08-27T07:11:06.319+05:30अच्छा विषय लिया और निर्वाह भी अच्छा किया
आपके आब...अच्छा विषय लिया और निर्वाह भी अच्छा किया <br />आपके आब्जर्वेशन सटीक हैं!<br />मगर किया क्या जाए ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-66226761290037589492013-08-27T06:11:45.333+05:302013-08-27T06:11:45.333+05:30भाषण है तो क्या - अच्छा रहा छोटा, और तत्वपूर्ण !भाषण है तो क्या - अच्छा रहा छोटा, और तत्वपूर्ण !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-43188753297757241502013-08-26T22:27:49.194+05:302013-08-26T22:27:49.194+05:30 बहुत- बहुत शानदार आलेख किसी एक युवा की आँखें खोल ... बहुत- बहुत शानदार आलेख किसी एक युवा की आँखें खोल दे तो भी लिखना सार्थक बहुत जरूरी हैं आज कल ऐसे भाषण ,हार्दिक बधाई आपको Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-80756825370616368352013-08-26T06:06:13.420+05:302013-08-26T06:06:13.420+05:30अच्छा आलेख है। लेकिन ऐसा नहीं है कि विकसित देशों म...अच्छा आलेख है। लेकिन ऐसा नहीं है कि विकसित देशों में लोग वर्ष में एक बार मदर्स डे / फादर्स डे आदि मनाकर अपना कर्तव्य पूर्ण समझ लेते हैं। यहाँ भी परिवार के प्रति समर्पण की कमी नहीं है और भारत में भी बुज़ुर्गों की खूब दुर्गति होती है। विकसित देशों में परिवार के साथ समाज भी सुदृढ़ है इसलिए अधिकांश लोग किसी पर आश्रित होने के बजाय जीवनपर्यंत स्वतंत्र रहना पसंद करते हैं। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि वहाँ पारिवारिक मूल्य या आपसी प्रेम में कमी है। Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-85128372451801313122013-08-26T02:34:04.223+05:302013-08-26T02:34:04.223+05:30लेकिन जहाँ परिवार में परस्पर प्यार है ,
वह केवल अप...लेकिन जहाँ परिवार में परस्पर प्यार है ,<br />वह केवल अपना हिंदुस्तान है. <br /><br />हो सकता है कहीं कहीं हम भी चुक जाएँ अपनी संस्कारों के निर्वहन की बातें किन्तु आपकी बातों का पूर्ण समर्थन करता हूँ भारत अग्रगण्य है और रहेगा Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-76729340318325200722013-08-26T00:31:17.535+05:302013-08-26T00:31:17.535+05:30आज के समय में ऐसे लेख बहुत महत्व रखते हैं जो अनौपच...आज के समय में ऐसे लेख बहुत महत्व रखते हैं जो अनौपचारिक शिक्षा की आवश्यकता और महत्व को समझाए.<br />साथ युवा यह समझें कि बुजुर्गों की क्या-क्या कठिनाईयाँ होती हैं जिसके कारण उन्हें बच्चों से अपेक्षा होती है कि वे उनको सहारा देंगे.<br />Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-6740881356614584782013-08-25T23:17:55.851+05:302013-08-25T23:17:55.851+05:30माता पिता अगर बच्चों को जिम्मेदारी से पालते हैं तो...माता पिता अगर बच्चों को जिम्मेदारी से पालते हैं तो बच्चों की भी जिम्मेदारी हैं माता पिता, और जब उन्हें जरूरत हो बच्चों को ये जिम्मेदारी निभानी आनी चाहिए .. अर्थपूर्ण आलेख डाक्टर साहब ..Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-81361419433958592142013-08-25T23:03:54.626+05:302013-08-25T23:03:54.626+05:30जो लोग माता पिता का ख्याल रखते हैं उनको भाषण की ज...जो लोग माता पिता का ख्याल रखते हैं उनको भाषण की ज़रूरत नहीं और जो नहीं रखते उनको भाषण देने से कोई लाभ नहीं ... अभी तक बच्चों की ज़िम्मेदारी माता पिता की ही है भारत में इसी लिए माता पिता की ज़िम्मेदारी का भार भी बच्चों पर है इसे कोई नैतिक ज़िम्मेदारी मानता है तो कोई बोझ ... बुजुर्गों की देख भाल के लिए सही विकल्प होना ज़रूरी है । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-48245459835992749832013-08-25T21:43:13.132+05:302013-08-25T21:43:13.132+05:30बढ़िया और आनंद दायक भाषण के लिए आभार आपका :)बढ़िया और आनंद दायक भाषण के लिए आभार आपका :)Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-4352873521030714612013-08-25T21:04:37.701+05:302013-08-25T21:04:37.701+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
साझा करने के लिए धन्यवाद।बहुत सुन्दर प्रस्तुति!<br />साझा करने के लिए धन्यवाद।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-68235464627376177662013-08-25T20:27:21.304+05:302013-08-25T20:27:21.304+05:30चंद पोस्टों तक जाती एक गली , जिसमें हमने आपका एक ठ...<a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2013/08/blog-post_25.html" rel="nofollow">चंद पोस्टों तक जाती एक गली , जिसमें हमने आपका एक ठिकाना भी सहेज़ लिया है , और उसके साथ एक मुस्कुराहट के लिए चंद शब्द जोड दिए हैं , आइए मिलिए उनसे और दोस्तों के अन्य पोस्टों से , आज की ब्लॉग बुलेटिन पर </a><br /><br />अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-48841239863578616992013-08-25T20:22:32.517+05:302013-08-25T20:22:32.517+05:30समाज का सच है, अच्छा लगा पढ़ कर।समाज का सच है, अच्छा लगा पढ़ कर।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-25817165458044415672013-08-25T19:42:49.953+05:302013-08-25T19:42:49.953+05:30बहुत सुंदर नवयुवको को मार्गदर्शन देता आलेख,,,
REC...बहुत सुंदर नवयुवको को मार्गदर्शन देता आलेख,,,<br /><br /><b>RECENT POST </b><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2013/08/blog-post_25.html#links" rel="nofollow">: पाँच( दोहे )</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-57331816852005950162013-08-25T19:35:47.492+05:302013-08-25T19:35:47.492+05:30बार मदर्स डे / फादर्स डे की क्या आवश्यकता है यदि ह...बार मदर्स डे / फादर्स डे की क्या आवश्यकता है यदि हम मां बाप को भी अपना ही हिस्सा मानें? <br /><br />पता नही आजकल लोगों को यह क्या होता जा रहा है? यह हमारी भारतीय संस्कृति ही थी जिसमे वानप्रस्थ आश्रम जोडा गया था, यानि एक पैर घर में और दूसरा स्वाध्याय (जंगल) में. यानि परिवार पुत्र पौत्रादि को सिर्फ़ मार्ग दर्शन देना, लेकिन अब तो मां बाप सीधे वृद्धाश्रम पहुंचाये जाने लगे हैं.<br /><br />सटीक आलेख.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-65984668321142235192013-08-25T16:42:15.744+05:302013-08-25T16:42:15.744+05:30ते शहरीकरण के साथ अब संयुक्त परिवार समाप्त होते जा...ते शहरीकरण के साथ अब संयुक्त परिवार समाप्त होते जा रहे हैं...बिलकुल सही कहा आपने दराल जी उपयोगी आलेख <br />शब्दों की मुस्कराहट पर<b><a href="http://sanjaybhaskar.blogspot.in/" rel="nofollow">....तभी तो हमेशा खामोश रहता है आईना !!</a> </b>संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-74426776355369476572013-08-25T16:27:54.462+05:302013-08-25T16:27:54.462+05:30बहुत बढ़िया और विचारणीय उपयोगी आलेख डाक्टर साहब......बहुत बढ़िया और विचारणीय उपयोगी आलेख डाक्टर साहब...<br />....Aditi Poonamhttps://www.blogger.com/profile/07454848082907747001noreply@blogger.com