tag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post8266099987243871108..comments2024-03-21T12:48:25.921+05:30Comments on अंतर्मंथन: हर की पौड़ी पर गंगा मैया के भव्य दर्शन और आरती --( ३/५)डॉ टी एस दरालhttp://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comBlogger44125tag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-64531867296556402282012-04-29T05:05:43.130+05:302012-04-29T05:05:43.130+05:30गज़ब के चित्र. आभार डॉ. साहब!गज़ब के चित्र. आभार डॉ. साहब!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-80923586175243095522012-04-27T11:52:55.829+05:302012-04-27T11:52:55.829+05:30वाणी जी , इस बार कुछ हमने दिल खुला रखा , कुछ पण्डे...वाणी जी , इस बार कुछ हमने दिल खुला रखा , कुछ पण्डे संभल गए हैं .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-27172161721597626872012-04-27T07:30:18.652+05:302012-04-27T07:30:18.652+05:30हरिद्वार में पंडों ने नहीं सताया , जानना सुखद रहा...हरिद्वार में पंडों ने नहीं सताया , जानना सुखद रहा , वरना किसी भी तीर्थ स्थल पर सबसे बड़ी परेशानी यही लगती है ...<br />गंगा आरती का दृश्य किसी नास्तिक को भी लुभाता है ...<br />सुन्दर चित्र और वर्णन!<br />आभार !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-70819612120699616792012-04-26T23:46:21.974+05:302012-04-26T23:46:21.974+05:30नयनाभिराम चित्रों के साथ दिलकश अंदाज में खूबसूरत प...नयनाभिराम चित्रों के साथ दिलकश अंदाज में खूबसूरत प्रस्तुति.<br />हरिद्वार बहुत बार आया गया.१९७५ से १९७७ तक भेल में रहा.<br />लगभग हर हफ्ते दो हफ्ते में मनसा देवी/हर की पौड़ी/चंडी देवी <br />के दर्शन हो जाते थे.आपके चित्रों ने यादें ताजा कर दी हैं.<br /><br />सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-4066987586106598512012-04-26T12:34:28.171+05:302012-04-26T12:34:28.171+05:30शिव जी के अनेक नाम जानकर अच्छा लगा जे सी जी .शिव जी के अनेक नाम जानकर अच्छा लगा जे सी जी .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-65600737572368207892012-04-24T22:17:12.622+05:302012-04-24T22:17:12.622+05:30वर्णन शैली भी कमाल की |वर्णन शैली भी कमाल की |sangitahttps://www.blogger.com/profile/15885937167669396107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-42767763989463510062012-04-24T19:00:54.332+05:302012-04-24T19:00:54.332+05:30very very nice photographs and beautiful journey ....very very nice photographs and beautiful journey .Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-42062680430049633232012-04-24T18:12:23.793+05:302012-04-24T18:12:23.793+05:30अदा जी , फ़िलहाल तो आपने दर्शन देकर कृतार्थ किया । ...अदा जी , फ़िलहाल तो आपने दर्शन देकर कृतार्थ किया । आभार ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-90027948760494337722012-04-24T18:08:01.121+05:302012-04-24T18:08:01.121+05:30बहुत अच्छा विवरण और बेहद खूबसूरत तसवीरें...
इसमें ...बहुत अच्छा विवरण और बेहद खूबसूरत तसवीरें...<br />इसमें क्या शक़, हरिद्वार हिन्दुस्तान और हिंदुत्व की पहचान है ..मैं भी गई हूँ, लेकिन मुझे ऋषिकेश ज्यादा पसंद है..<br />कभी हम जैसों को भी क़ाबा, मक्का, जाने की इजाज़त दी जाए, कम से कम हम भी दर्शन कर पाएँ...<br />आपका बहुत-बहुत आभार..स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-32126341366214415512012-04-24T16:31:45.827+05:302012-04-24T16:31:45.827+05:30बड़ा सजीव वर्णन किया है और चित्र तो देखते ही बनाते ...बड़ा सजीव वर्णन किया है और चित्र तो देखते ही बनाते है |वर्णन शैली भी कमाल की |<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-55366264782715906282012-04-24T15:57:09.685+05:302012-04-24T15:57:09.685+05:30हरिद्वार जाना नहीं हुआ है अभी तक ... अब ज़रूर जाउं...हरिद्वार जाना नहीं हुआ है अभी तक ... अब ज़रूर जाउंगी ... धन्यवाद ...Dr Xitija Singhhttps://www.blogger.com/profile/16354282922659420880noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-53398177682242034462012-04-24T14:54:30.238+05:302012-04-24T14:54:30.238+05:30हरिद्वार तो कई बार गया .. पर इतना सुन्दर नहीं उतार...हरिद्वार तो कई बार गया .. पर इतना सुन्दर नहीं उतार पाया जितना आपकी नज़रों ने उतारा कैमरे के जरिया ...<br />मनोरम दृश्य खड़ा कर दिया आपने तो ... लाजवाब ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-63294549397842278342012-04-24T14:18:44.302+05:302012-04-24T14:18:44.302+05:30आपकी फोटोग्राफी कमाल की है। चित्र के लिए स्थान का ...आपकी फोटोग्राफी कमाल की है। चित्र के लिए स्थान का चुनाव लाज़वाब। आनंद आ गया देखकर।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-43377631864934080142012-04-24T12:29:33.574+05:302012-04-24T12:29:33.574+05:30रचना जी , चिल्ला हर की पौड़ी के सामने गंगा पार ही ...रचना जी , चिल्ला हर की पौड़ी के सामने गंगा पार ही है . १३ अप्रैल को चिल्ला रेस्ट हाउस पहुंचे , थोडा आराम किया और शाम को पहुँच गए घाट पर गाड़ी लेकर . पांचवें फोटो को देखिये, उसके बारे में वहीँ लिखा है . <br />यही तो मज़ेदार बात है एक एक तरफ हर की पौड़ी का धार्मिक वातावरण और उसी के सामने जंगल का मंगल .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-45341187899702852972012-04-24T09:30:32.479+05:302012-04-24T09:30:32.479+05:30वाह सर , दिल्ली दर्शन के बाद ..हरिद्वार दर्शन । जय...वाह सर , दिल्ली दर्शन के बाद ..हरिद्वार दर्शन । जय हो , आपने तो मेरी इच्छा को हवा दे दी है , बहुत दिनों से पेंडिंग पडा हुआ है वहां जाने का कार्यक्रम लगता है हमें भी जल्दी ही मोबाइल को मांज कर तैयार करना होगा धांसू फ़ांसू फ़ोटो के लिए । बढिया सर बढियाअजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-12801548935725212422012-04-24T06:17:57.538+05:302012-04-24T06:17:57.538+05:30डॉक्टर साहिब, क्यूंकि सम्बह्तः ब्रह्मा की रात निकट...डॉक्टर साहिब, क्यूंकि सम्बह्तः ब्रह्मा की रात निकट ही हो, कुछ शब्द सिव और माँ गंगा के लिए जिसने आपको बुला भेजा:<br /><br />वो ही एकमात्र 'हिन्दू' था, या कहिये है, वो अकेला अजन्मा और अनंत, अमृत, जिसके माथे में 'प्राचीन हिन्दू', उसके ही प्रतिरुपों ने रहस्मय इंदु, अर्थात चंद्रमा, और गंगा मैय्या के शीतल जल को अनादि काल से दर्शाया (क्यूंकि उनके रौद्र रूप से भस्मासुर ही नहीं अपितु कामदेव भी भस्म हो सकते हैं, अर्थात रोध नरक का एक द्वार है :)... <br />और उसे सहस्त्र नामों में से गंगाधर/ सोमदेव अथवा चंद्रशेखर आदि कह संकेत किया कि वो अमृत जीव स्वयं हमारी पृथ्वी ही है!!! जिसके ह्रदय में माँ काली का निवास स्थान है, अर्थात जिसके केंद्र में संचित गुरुत्वाकर्षण शक्ति (काशी निवासी अर्धनारीश्वर की अर्धांगिनी 'सती') है...:) <br /><br />!!! ॐ नमः शिवाय !!! जय त्रिपुरारी, त्रिनेत्रधारी, आदि, आदि... ब्रह्मा-विष्णु-महेश, शिवलिंग के माध्यम से 'हिन्दुओं' द्वारा पूजित ध्वनि ऊर्जा ॐ के साकार रूप!!!JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-20753190841107090222012-04-23T23:31:36.774+05:302012-04-23T23:31:36.774+05:30अब आपने शोर्टकट लगाना शुरू कर दिया. आप चिल्ला से क...अब आपने शोर्टकट लगाना शुरू कर दिया. आप चिल्ला से कब चले और हरिद्वार कैसे पहुंचे ये बताया नहीं.<br /><br />हरिद्वार और गगा आरती की चित्रमयी प्रस्तुति बहुत सुंदर है.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-60330449352197484802012-04-23T22:09:55.913+05:302012-04-23T22:09:55.913+05:30वाह!!!!बहुत सुंदर चित्र मय प्रभावी प्रस्तुति,..दरा...वाह!!!!बहुत सुंदर चित्र मय प्रभावी प्रस्तुति,..दराल साहब,<br />चित्र बहुत ही खुबशुरत लगे,..डा० के साथ आप एक अच्छे फोटो ग्राफर भी है,...बधाई <br /><br />MY RECENT POST...<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/04/dheerendradheer.html#links" rel="nofollow">काव्यान्जलि ...: गजल.....</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-7458887624428108222012-04-23T21:56:08.122+05:302012-04-23T21:56:08.122+05:30behad khoobsurat chitra aur ganga ji ki aarti ki v...behad khoobsurat chitra aur ganga ji ki aarti ki video dekh kar bahut achcha laga esa laga jaise aapke saath humne bhi yeh teerth yaatra kar li.Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-58954353481993114762012-04-23T20:42:36.542+05:302012-04-23T20:42:36.542+05:30आप फोटोग्राफी के भी माहिर हैं
बहुत खूबसूरत चित्र ...आप फोटोग्राफी के भी माहिर हैं <br />बहुत खूबसूरत चित्र .. और बयान का अंदाज़M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-4775855779385737612012-04-23T20:16:05.255+05:302012-04-23T20:16:05.255+05:30jai gange.........
bhai sahab filhaal sirf cheers...jai gange.........<br /><br />bhai sahab filhaal sirf cheers....<br />shesh agli mulakaat pat par.....योगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-59353691665102400772012-04-23T19:31:17.284+05:302012-04-23T19:31:17.284+05:30गंगा तव दर्शनात मुक्तिः
डॉ साहब आपके चित्रों से ...गंगा तव दर्शनात मुक्तिः <br />डॉ साहब आपके चित्रों से मन तृप्त हो गया ० नयनाभिराम और तृप्तिदायक !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-42288838144144054362012-04-23T19:00:49.402+05:302012-04-23T19:00:49.402+05:30सिंपली वाहसिंपली वाहKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-64056078015532604732012-04-23T18:26:43.104+05:302012-04-23T18:26:43.104+05:30हर हर गंगे!!!!!!!!!!!
पेड़ पर फले बन्दर भले लगे.....हर हर गंगे!!!!!!!!!!!<br /><br />पेड़ पर फले बन्दर भले लगे........<br />:-)<br />आनंददायी पोस्ट..............<br /><br />सादर.<br />अनुANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-81942709300440647872012-04-23T17:12:18.136+05:302012-04-23T17:12:18.136+05:30इस शोध कार्य में भी माँ गायत्री/ काली-गौरी (ॐ) का ...इस शोध कार्य में भी माँ गायत्री/ काली-गौरी (ॐ) का ही हाथ है...:) <br />मेरी इस जन्म की माँ का निधन ८ दिसंबर '७८ में दिल्ली में हुआ था और मैं तब भूटान से आ उनकी अन्त्येस्ठी के लिए एक सुबह दिल्ली पहुँच, कुछ ही घंटों बाद, अपने पिताजी और अन्य परिवार के सदस्यों के साथ हरिद्वार चला गया था... <br />उसके पहले मैं बाल्यकाल में माताजी और पिताजी के साथ हरिद्वार बचपन में आया था, और फिर शायद '६१ में हथनीकुंड बैराज, और नहर आदि कोलेज टूर में देखा था... <br />मान्यता के अनुसार उनका श्राद्ध बड़े भाई दिल्ली में ह करते थे, माँ के तीसरे वार्षिक श्राद्ध के दिन, ८ दिसंबर '८१ को, किन्तु गुवाहाटी असम में मेरी तब १०+ वर्षीय तीसरी बेटी ने मुझे चौंका दिया था, यह पूछ कि क्या मेरी इम्फाल की फ्लाईट कैंसल हो गयी है??? और एयर पोर्ट पहुँच वो सत्य निकला तो माथा ठनका था, जैसे माँ जगदम्बा मुझे उसे ढूंढ निकालने के संकेत कर रही थी!!!...JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.com