tag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post7191263656112830660..comments2024-03-21T12:48:25.921+05:30Comments on अंतर्मंथन: मैं आपसे फिल्म के टिकेट पर खर्च किये गए पैसे में से २५ % के रिफंड की मांग करता हूँ --मिस्टर आमिर खान .डॉ टी एस दरालhttp://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comBlogger44125tag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-27281246196750291432011-07-26T23:41:09.654+05:302011-07-26T23:41:09.654+05:30दरअसल,अब कई फिल्में केवल मेट्रो के युवा वर्ग को ध्...दरअसल,अब कई फिल्में केवल मेट्रो के युवा वर्ग को ध्यान में रखकर बनाई जाने लगी हैं। ऐसे दर्शकों के लिए यह पैसा वसूल फिल्म है। संस्कार और शिष्टाचार के आवरण तले जो दमित भावनाएं होती हैं,यह फिल्म उनका निकास-द्वार है। हॉल में आपने भी ऐसे दर्शकों को खी-खी करते देखा होगा।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-23952814258990452502011-07-24T17:21:48.018+05:302011-07-24T17:21:48.018+05:30जे सी जी , चलिए कुछ तो पहल हुई इसके विरोध में .
सह...जे सी जी , चलिए कुछ तो पहल हुई इसके विरोध में .<br />सही कहा अरविन्द जी , पचास ही चाहिए .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-5327432034776493472011-07-24T15:56:04.556+05:302011-07-24T15:56:04.556+05:30"गालियाँ यदि कहानी का अभिन्न अंग हों तो बुरी ..."गालियाँ यदि कहानी का अभिन्न अंग हों तो बुरी नहीं लगती जैसे किसी कोठे वाली के मूंह से सुनना . लेकिन सुशिक्षित युवा जो पत्रकार भी हैं , उनको ऐसी भद्दी बातें करते देखकर किसी भी भद्र व्यक्ति के लिए असहनीय हो सकता है." <br />बिल्कुल..मुझे पचास फीसदी वापस चाहिए!Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-82655389285963880682011-07-23T05:25:50.053+05:302011-07-23T05:25:50.053+05:30चार माह के स्थान पर कृपया चार सप्ताह पढ़ेंचार माह के स्थान पर कृपया चार सप्ताह पढ़ेंJChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-29036177127301305862011-07-22T23:18:17.817+05:302011-07-22T23:18:17.817+05:30हमने पिल्लम नहीं देखी तो गाली क्या दें डॉक्टर साहब...हमने पिल्लम नहीं देखी तो गाली क्या दें डॉक्टर साहब :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-22050706786585461272011-07-22T18:48:30.229+05:302011-07-22T18:48:30.229+05:30डॉक्टर साहिब, आप खुश होगे जान कर कि समाचार पत्र के...डॉक्टर साहिब, आप खुश होगे जान कर कि समाचार पत्र के अनुसार सेंसर बोर्ड को नोटिस तो मिल गया इलाहाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच से, किन्तु चार माह का नोटिस मिला है,,, और तब तक सभी ने यह फिल्म देख लेनी है... शायद भविष्य में इसका लाभ हो...JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-55880256635157348952011-07-21T20:16:03.109+05:302011-07-21T20:16:03.109+05:30सही कहा , खुशदीप भाई . सबसे बड़ा ऐतराज़ ही यही है ...सही कहा , खुशदीप भाई . सबसे बड़ा ऐतराज़ ही यही है की पढ़े लिखे लोगों को ऐसी भाषा बोलते दिखाया गया है, सड़क छाप टपोरियों की तरह .<br /><br />पब्ल जी , माल को तो हज्म कर गए . इसलिए नापसंद २५ % की ही मांग कर रहे हैं .<br /><br />वीरू भाई सही कह रहे हैं आप . हास्य के शौक़ीन होते हुए भी हम भी ये फूहड़ प्रोग्राम नहीं देखते . लेकिन उस दुकान पर दोबारा न जाने का फैसला तो कर ही लिया है . देखते हैं कब तक चलेगी यह दुकान .<br /><br />शुक्रिया जी , कनु जी . आते रहिये .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-36396674838105312092011-07-21T20:09:58.904+05:302011-07-21T20:09:58.904+05:30डॉ अनुराग , पढ़ लिया . आपने फस्ट डे फस्ट शो देखकर स...डॉ अनुराग , पढ़ लिया . आपने फस्ट डे फस्ट शो देखकर सही आंकलन किया है . बस हमें दो तीन हफ्ते बाद देखने की आदत है ताकि हिट फिल्म ही देख पायें . लेकिन आजकल हिट का मतलब फिट नहीं रहा .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-61366045668136660552011-07-21T17:33:52.546+05:302011-07-21T17:33:52.546+05:30daral sir charcha manch par aapki pravishti dekhi ...daral sir charcha manch par aapki pravishti dekhi aur waha se safar tay karti yaha tak aa gai.aapka lekh padhkar bahut accha laga.aabharkanu.....https://www.blogger.com/profile/16556686104218337506noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-14393084236802697552011-07-21T16:06:39.383+05:302011-07-21T16:06:39.383+05:30डॉ साहब यह दौर ही ऐसा है टी वी के हसोड़े कौन सी शा...डॉ साहब यह दौर ही ऐसा है टी वी के हसोड़े कौन सी शालीनता को तार तार नहीं कर रहें हैं .और कुछ बे डौल आकार के लोग उस कथित हास्य पर भी बे तहाशा हँसतें हैं .यह संक्रमण का दौर है गाद जितनी तेज़ी से उठ रही है ,बैठेगी ज़रूर ,अफ़सोस अभी वक्त लगेगा ..रही पैसे वापस मांगने की बात यहाँ तो हर दूकान पर भी लिखा होता है बिका हुआ समान वापस नहीं होगा ,किसी सामान की कोई गारंटी नहीं .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-51546352485261804502011-07-21T11:59:41.459+05:302011-07-21T11:59:41.459+05:30मेरा भी यही प्रश्न था कि केवल 25% क्यों
शानदार पैक...मेरा भी यही प्रश्न था कि केवल 25% क्यों<br />शानदार पैकिंग और सरकारी ठप्पे के बावज़ूद दुकान से लिया हुआ कोई सामान खराब निकले पूरी कीमत वापस मांगते हैं कि नहीं!? <br /><br />बाकी तो फिल्म देखने के बाद, अगर कभी देख ली तो!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-59475697815015328602011-07-21T09:25:25.674+05:302011-07-21T09:25:25.674+05:30पत्रकार तो मैं भी हूं लेकिन शायद ही कभी फिल्दी भाष...पत्रकार तो मैं भी हूं लेकिन शायद ही कभी फिल्दी भाषा का प्रयोग किया हो...रही बात नेक्स्ट जेनेरेशन पत्रकारों की तो उन्हें भी कम से कम अपने सामने कभी अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करते नहीं देखा...आमिर ख़ान शुद्ध व्यवसायी हो गए हैं...विवाद से अपनी तिजोरी भरने की कला में वो माहिर हो गए हैं...<br /><br />डॉ अमर कुमार जी आप भूल गए आमिर ने किस तरह अमोल गुप्ते के कंसेप्ट तारे ज़मीं पर डाका डाल कर निर्देशक के तौर पर भी खुद ही क्रेडिट लूट लिया था...<br /><br />जय हिंद....Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-67961264931498160702011-07-20T19:48:33.687+05:302011-07-20T19:48:33.687+05:30एक नजर यहाँ डालियेगा ..
डेल्ही बेली को महिमामंडित ...एक नजर यहाँ डालियेगा ..<br /><a href="http://mohallalive.com/2011/07/06/anurag-arya-react-on-delhi-belly-phenomenon/" rel="nofollow">डेल्ही बेली को महिमामंडित मत कीजिये </a>डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-87533822326472918372011-07-20T18:05:15.249+05:302011-07-20T18:05:15.249+05:30आपने सही किया डॉ गुप्ता . देखने लायक है भी नहीं .
...आपने सही किया डॉ गुप्ता . देखने लायक है भी नहीं .<br /><br />नासवा जी , पैसे के लालची हैं ये लोग . इन्हें अपनी संस्कृति से क्या मतलब !<br /><br />अफ़सोस अनु जी , हालात ऐसे ही हैं . अब तो बच्चों से ही डरना पड़ता है कहीं डांट न पड़ जाये ऐसी गन्दी फिल्म देखने पर .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-33777237328141133852011-07-20T17:15:44.870+05:302011-07-20T17:15:44.870+05:30आज के वक़्त का ताज़ा किस्सा
बच्चे अपने माँ पापा क...आज के वक़्त का ताज़ा किस्सा <br /><br />बच्चे अपने माँ पापा को मना करके गए<br /><br />कि ये मूवी नहीं देखना ...आपके मतलब की नहीं है <br /><br />कोई उन बच्चों से पूछे की ......माँ बाप हम है या कि वो <br /><br />मूवी देखने का हक पहले किसका है? <br /><br />अब आप सब समझ सकते है की आज का समाज और ये मूवी.....<br /><br />हमारे बच्चों को किस दिशा में लेके जा रहा है ..............?Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-89704011633576747992011-07-20T17:05:19.866+05:302011-07-20T17:05:19.866+05:30बुद्धिजीवी का दावा करने वाले ..... और आधुनिक होने...बुद्धिजीवी का दावा करने वाले ..... और आधुनिक होने के नाते कुछ लोग अपनी गंदगी को भी साहित्य बना कर परोसते हैं ... शर्म आती है ऐसे फिल्मकारों पर ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-77994506061291773192011-07-20T15:59:04.322+05:302011-07-20T15:59:04.322+05:30--वैसे तो सारा फिल्म जगत ही फूहड़ व मूर्ख , नकलची ल...--वैसे तो सारा फिल्म जगत ही फूहड़ व मूर्ख , नकलची लोगों से भरा हुआ है ...<br /><br />--आमिर की स्वयं की बनायी हुई सारी ही फ़िल्में फूहड़ व उल जुलूल कहानी , भाषा व दृश्यों वाली हैं......पीपली लाइव के सीन देख कर तो उल्टियां होने का जी करता है ...अतः इस फिल्म को देखा ही नहीं... shyam guptahttps://www.blogger.com/profile/11911265893162938566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-81358542278133999702011-07-20T14:54:47.708+05:302011-07-20T14:54:47.708+05:30अब आपनें भी बता दिया तो भला क्यों देखूं,आपनें सही ...अब आपनें भी बता दिया तो भला क्यों देखूं,आपनें सही कहा इसका विरोध होना चहिये और हो भी रहा है.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-42019292652927503042011-07-20T14:14:45.145+05:302011-07-20T14:14:45.145+05:30राजेश कुमारी जी , सही कहा --ऐसी फिल्म को बच्चों के...राजेश कुमारी जी , सही कहा --ऐसी फिल्म को बच्चों के साथ देखना एक टॉर्चर है . सिर्फ ऐ सर्टिफिकेट देना काफी नहीं है . वैसे भी अडल्ट फ़िल्में यदि ठीक से बनायीं जाएँ तो वल्गर नहीं लगती . लेकिन इस फिल्म में तो हद ही हो गई . पता नहीं सेंसर वालों को क्या हो गया है . या फिर जैसा माहौल है----???डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-65083121850278624792011-07-20T14:02:43.782+05:302011-07-20T14:02:43.782+05:30डॉ अमर , जब तक फिल्म साफ सुथरी और मनोरंजक है , हमे...डॉ अमर , जब तक फिल्म साफ सुथरी और मनोरंजक है , हमें अच्छी लगती है भले ही वह किसी की नकल हो . लेकिन सभी संवेदनाओं और भावनाओं को कुचल कर सिर्फ पैसा कमाने के लिए बनाई गई फिल्म देखकर वास्तव में बड़ा दुःख हुआ . अब आमिर खान के लिए सचमुच दिल में सम्मान कम हो गया . <br /><br />जे सी जी , पुराने लोग बहुत काम की बात कह जाते थे . <br /><br />कुश्वंश जी , इरादा तो साफ नज़र आता है . आमिर खान के बयानों में भी यह बात झलकती है . भले ही समाज में इस तरह का माहौल भी होता है , लेकिन इसे सार्वजानिक रूप से दिखाना , इसको बढ़ावा देना जैसा है . रात के अँधेरे में , कक्ष की प्राइवेसी में कुछ भी हो , उसे सार्वजानिक तो नहीं दर्शाया जा सकता . बेहूदी बातें करना और सुनना --दोनों बेहूदगी हैं .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-46874909079828089972011-07-20T10:16:25.360+05:302011-07-20T10:16:25.360+05:30डॉक्टर सॉब, हमने तो इसीलिए देखी ही नहीं। विरोध का...डॉक्टर सॉब, हमने तो इसीलिए देखी ही नहीं। विरोध का यह तरीका भी ठीक ही कहा ?<br />------<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">बेहतर लेखन की ‘अनवरत’ प्रस्तुति।</a><br /><b><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">अब आप अल्पना वर्मा से विज्ञान समाचार सुनिए..</a></b>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-14036349992771913982011-07-20T09:50:02.909+05:302011-07-20T09:50:02.909+05:30DR.Daral yeh lekh main bhi likhna chahti thi kintu...DR.Daral yeh lekh main bhi likhna chahti thi kintu na jaane kisi sankoch vash nahi likh paayi.par aaj aapke blog par dekh kar man ko santushti mili shayad itna prabhaav shali na likh pati.really bahut hi ghatiya kism ki comedy dikhaai hai.sharm aati aajkal ke film banane vaalon ki soch par.main to galti se (mujhe iske a certificate ka bhi pata nahi tha)is picture ko apne led par bachcho ke saath lagakar baith gai jo beech me hi band karni padi.how absurd it was.Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-15183708147778004922011-07-20T08:39:07.421+05:302011-07-20T08:39:07.421+05:30http://mypoeticresponse.blogspot.com/2008/12/blog-...http://mypoeticresponse.blogspot.com/2008/12/blog-post_880.html<br /><br />dr daral <br /> I wrote long back about Amir Khan promtion of his films <br /><br />also taarae jameen par was not his venture , he has the habit of stealing <br />see Stanley ka dibba and you will understand <br />taarey zamee par was by the one who has now made stanley kaa dibaaरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-60518284243782703522011-07-20T07:57:52.685+05:302011-07-20T07:57:52.685+05:30डॉक्टर साहिब, कमाल है कि 'हिन्दू मान्यतानुसार&...डॉक्टर साहिब, कमाल है कि 'हिन्दू मान्यतानुसार' उच्चतम मानव कार्य क्षमता कलियुग में, सतयुग की १००% की तुलना में, केवल २५% रह जाती है, और न्यूनतम शून्य होती है युग के अंत में!JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-51689047446694753092011-07-20T07:29:23.155+05:302011-07-20T07:29:23.155+05:30समाज को समाज का आइना दिखाना शायद आमिर की कोई सोच र...समाज को समाज का आइना दिखाना शायद आमिर की कोई सोच रही होगी मगर निकृष्ट गाली गलौच परदे पर दिखाना हमारी संस्कृति नहीं है चाहे वो कितनी भी यथार्थ हो ये तो पश्चिमी सभ्यता है की अन्तरंग संबंधों को सलुलायद परदे मर विभत्सता से उतारो और पीढ़ियों को नकारात्मक्त्ता से भर दो . दाराल साहब हम आप की आवाहन पर अपना विरोध अपनी तरीके से व्यक्त करेंगे आमिर की फिल्मों से किनारा कर के जब तक की वो इस कृत्य के लिए सार्वजानिक माफ़ी न मांगे..Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.com