tag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post5157050950238354171..comments2024-03-21T12:48:25.921+05:30Comments on अंतर्मंथन: दीवाने तो दीवाने हैं --उन्हें जान की परवाह कहाँ !डॉ टी एस दरालhttp://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comBlogger46125tag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-25475132795637244442012-01-14T07:26:57.496+05:302012-01-14T07:26:57.496+05:30कुछ दिवाने आम तो कुछ दिवाने ख़ास :)कुछ दिवाने आम तो कुछ दिवाने ख़ास :)JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-84360097137076575472012-01-13T16:41:52.532+05:302012-01-13T16:41:52.532+05:30दीवाने तो बस दीवाने हैंदीवाने तो बस दीवाने हैंM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-28569262832821994872012-01-13T07:25:13.595+05:302012-01-13T07:25:13.595+05:30JCJan 12, 2012 05:42 PM
जान हथेल्ली में लिए हुए कौ...JCJan 12, 2012 05:42 PM<br />जान हथेल्ली में लिए हुए कौन नहीं है आज, जब 'भारत' की जन संख्या बढ़ती ही जा रही है और उपलब्ध जमीन घटती जा रही है??? दिल्ली में घर के अन्दर बैठा हुआ भी इमारत के ढह जाने की आशंका - प्राकृतिक (सिक्किम जैसे भूमिकम्पन) अथवा मानवीय अज्ञान, भ्रष्ट आचरण आदि के कारण,,, सड़क में गाडी में भी छोटी सी बात पर भी गोलियां चलते पढ़ते आते हैं,,, मैं मुंबई में ही था जब आतंकवादी घटना घटी वर्ष '०८ में, और (स्वार्थी होने के कारण) टीवी देखता चिंता करता रहा जब तक बेटी घर वापिस न आगई - किन्तु इसे कृष्णलीला कहें अथवा भाग्य, कई भाग्यशाली नहीं थे जो चपेट में आगये, और आज सभी सोच रहे हैं कि कसब (कसाई?) कैसे सुरक्षित है???,,, आदि, आदि, और फिर वही यक्ष प्रश्न?... ...JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-55562770331024653392012-01-12T17:56:36.929+05:302012-01-12T17:56:36.929+05:30उसका उत्तर भी गीता में ही है! दुःख में सुख में, व...उसका उत्तर भी गीता में ही है! दुःख में सुख में, विपरीत परिस्थितियों में दृष्टा भाव से स्थितप्रज्ञ रहिये, क्यूंकि वास्तविक कर्ता वो हैं, बहुरूपिया, सबके अन्दर उपस्थित... एक होते हुए भी अनेक एक्टर और दर्शक, और निर्देशक भी - थ्री इन वन प्रतीत होते पर्दे पर देखी जाती फिल्म समान जिसे देख कर, आनंद ले कर, आप फिर भूल जाते हैं एक सुखद अथवा दुखद स्वप्न समान :)JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-11051116175971040512012-01-12T17:53:15.319+05:302012-01-12T17:53:15.319+05:30जान हथेली पे लेके निकलने वालों का ज़वाब नहीं .आजकल ...जान हथेली पे लेके निकलने वालों का ज़वाब नहीं .आजकल एक ढूँढोगे हज़ार मिलेंगें .नया करना चाहता है है कोई .माइक्रोग्राम कर दिया गया है .डॉ दराल साहब आपका शुक्रिया सदैव ही आपका प्रोत्साहन मिलता रहे यह ज़रूरी है सम्पादन आप ही कीजिएगा .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-87033470551774448162012-01-12T17:42:52.516+05:302012-01-12T17:42:52.516+05:30दीवानों की अपनी दुनिया है। उन पर बाकी जहां के नियम...दीवानों की अपनी दुनिया है। उन पर बाकी जहां के नियम लागू नहीं होते। विडम्बना यह है कि इतने सब के बावजूद एक भी फोटोग्राफर ऐसा नहीं मिलेगा जो कहे कि वह ठीक वैसी ही तस्वीर कभी खींच पाया,जैसी उसने चाही थी!कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-9089857441049187222012-01-12T14:43:58.022+05:302012-01-12T14:43:58.022+05:30जे सी जी , जाने कैसे कमेंट्स का फोर्मेट बदल गया है...जे सी जी , जाने कैसे कमेंट्स का फोर्मेट बदल गया है . समय भी गलत आ रहा है . आपकी टिप्पणियां भी दो जगह दिखाई दे रही हैं . अब क्या करें ?डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-61765989511416264072012-01-12T14:37:37.433+05:302012-01-12T14:37:37.433+05:30अगर तस्वीरें असली हैं...तब तो सचमुच दीवानगी के इस ...अगर तस्वीरें असली हैं...तब तो सचमुच दीवानगी के इस आलम को क्या कहेंrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-57543028382221316362012-01-12T14:37:05.688+05:302012-01-12T14:37:05.688+05:30डॉ.साहब ....ये फोटो का ही कमाल है ...बाकि अपनी समझ...डॉ.साहब ....ये फोटो का ही कमाल है ...बाकि अपनी समझ से बाहर है ...पर अच्छा कमाल है |अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-45828221025059574282012-01-12T13:26:24.298+05:302012-01-12T13:26:24.298+05:30JCJan 11, 2012 11:53 PM
कमाल तो गूगल अंकल का है! म...JCJan 11, 2012 11:53 PM<br />कमाल तो गूगल अंकल का है! मैंने १२ की सुबह टिप्पणी लिखी और वो पहले से ही ११ की शाम को ही छपी पड़ी थी :)<br /><br />एच जी वेल्स की टाइम ट्रेवल मशीन की याद आ गई :) <br />पर अभी तक मेरी टिप्पणी पहले स्पैम में ही जाती है, और दूसरी किन्तु छप जाती है...JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-75769084571909149342012-01-12T10:29:46.420+05:302012-01-12T10:29:46.420+05:30कुछ तो कहो , कुछ भी कहो ! :)कुछ तो कहो , कुछ भी कहो ! :)डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-76073693187272100922012-01-12T10:27:10.970+05:302012-01-12T10:27:10.970+05:30:) हम बोलेगा तो बोलेंगे के ...:) हम बोलेगा तो बोलेंगे के ...Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-29575255361873999162012-01-12T09:52:45.124+05:302012-01-12T09:52:45.124+05:30सब इंसान की सोच और हिम्मत होती है .....जिसका परिणा...सब इंसान की सोच और हिम्मत होती है .....जिसका परिणाम हम देख ही रहे हैं ......! अगर इंसान डरता रहता तो आज इतना कुछ हमारे सामने नहीं होता ....!केवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-74349472318664721682012-01-12T06:33:27.567+05:302012-01-12T06:33:27.567+05:30This comment has been removed by the author.JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-35722530151011863752012-01-12T06:26:35.886+05:302012-01-12T06:26:35.886+05:30'अमेरिका' पश्चिम में है, शनि, अथवा शैतान क...'अमेरिका' पश्चिम में है, शनि, अथवा शैतान के नियंत्रण में... नक़्शे/ मानचित्र में देखो तो 'भारत' के पिछाड़ी, अर्थात यहाँ उजाला है तो वहाँ अँधेरा, इधर भौतिक ज्ञान तो उधर अज्ञान, जैसा वैदिक काल में रहा होगा... <br /><br />इतिहासकार कहते हैं, जब यूरोप में जंगली, गुफा मानव, रहता था तब भारत में जोगी लोग धरा से ऊपर हवा में खड़े होते थे, पानी पर चलते थे, यहाँ से अंतर्ध्यान हुए तो पलक झपकते ही दूर कहीं भी पहुच जाते थे :) <br />सपना ही लगता है न ??? सपने की बात करें तो पशु को निद्रा में सपने कैसे आते हैं ???.... <br />सपने ही नहीं बैठे- बैठे विचार कहाँ से आते हैं??? जबकि मैं तो कम से कम बहुत प्रयास करने पर भी शून्य विचार स्थिति में नहीं पहुँच पाया हूँ (उसी प्रकार जैसे मैं कोई मन पसंद प्रोग्राम न दिखाई देने पर टीवी को बटन दबा बंद कर देता हूँ)??? क्या यह इशारा तो नहीं किसी अदृश्य प्राणी का - भूत का या भूतनाथ के हाथ होने का??? <br /><br />कृष्ण भी कह गए वो सबके भीतर '(योग)माया' से दीखते हैं, यानि मामला जोड़-घटाने का है, जैसे विष्णु के पहला अवतार वो खतरनाक पशु 'मगर' अथवा 'ग्राह' है, और उस की पकड़ से केवल विष्णु छुड़ा सकते हैं... <br />और उसी से न छूटे तो अष्टम अवतार कृष्ण तक कैसे पहुँच पायेंगे, और बीच बीच में २ से ७ तक, छह और भी बड़े- बड़े अवतार बैठे हुए हैं पकड़ने के लिए! <br />इसी लिए विघ्नहर्ता और संकटमोचन, अर्थात गणेश और हनुमान को मस्का लगाना पड़ता है मंगल हेतु - मंगल वार को ??? :) <br /><br />और यह 'माया' कौन है जो भटका रही है द्वैतवाद/ अनंत वाद में - सच-झूट; मीठा/ कडुवा; अच्छा-बुरा, शक्तिशाली-कमजोर; आदि, आदि, दिखाने के पीछे जिसका हाथ है??? और क्यूँ???JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-29389985020991431022012-01-11T22:51:49.554+05:302012-01-11T22:51:49.554+05:30दीवानगी हद रोमांचक सुंदर प्रस्तुति,बेहतरीन चित्र,....दीवानगी हद रोमांचक सुंदर प्रस्तुति,बेहतरीन चित्र,....<br />welcome to new post <a href="http://dheerendra11.blogspot.com/2012/01/blog-post_09.html#links" rel="nofollow">--काव्यान्जलि--यह कदंम का पेड़--</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-40108622999305154652012-01-11T15:27:57.803+05:302012-01-11T15:27:57.803+05:30अविश्वसनीय है ....
शुभकामनायें आपको !अविश्वसनीय है ....<br />शुभकामनायें आपको !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-33650383977770978922012-01-11T15:04:40.371+05:302012-01-11T15:04:40.371+05:30सन्नाटे में तो हम भी आ गए डाक्टर साहब ... ये सच है...सन्नाटे में तो हम भी आ गए डाक्टर साहब ... ये सच है या जूनून ... पर जो ही हो फोटो तो कमाल का है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-47930625139098149472012-01-11T11:17:45.510+05:302012-01-11T11:17:45.510+05:30अगर ये वाकई मूल फोटो है तो कहने वाले भले इसे पागलप...अगर ये वाकई मूल फोटो है तो कहने वाले भले इसे पागलपन कहें पर अपने शौक के प्रति ऐसी दीवानगी काबिले तारीफ है । काश हर किसी में अपने काम,अधिकार और जिम्मेदारी के प्रति ऐसी ही दीवानगी आ जाए ।<br />मेरी नई कविता देखें । और ब्लॉग अच्छा लगे तो जरुर फोलो करें ।<br /><a href="http://pradip13m.blogspot.com/2012/01/blog-post_10.html" rel="nofollow"><b>मेरी कविता:मुस्कुराहट तेरी</b></a>Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12634209491911135236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-3532279875697470112012-01-11T10:42:23.876+05:302012-01-11T10:42:23.876+05:30मुझे तो असली ही लग रहा है .... शाबाश ...बिना खात्र...मुझे तो असली ही लग रहा है .... शाबाश ...बिना खात्रेके कोई रोमांच नहीं दुनिया मेंPuneethttps://www.blogger.com/profile/16033070878507734895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-41301663963206441122012-01-11T10:38:37.466+05:302012-01-11T10:38:37.466+05:30ये चित्र भी फोटोग्राफी का ही कमाल है डा० साहब :)ये चित्र भी फोटोग्राफी का ही कमाल है डा० साहब :)पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-23214277572851831842012-01-11T08:39:49.039+05:302012-01-11T08:39:49.039+05:30हम तो डर ही गए डॉ. साहिब ....ठंडी में भी गर्मी का ...हम तो डर ही गए डॉ. साहिब ....ठंडी में भी गर्मी का एहसास !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-89691082349887313352012-01-11T07:54:18.488+05:302012-01-11T07:54:18.488+05:30This comment has been removed by the author.JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-92181463577579621002012-01-11T07:52:18.158+05:302012-01-11T07:52:18.158+05:30डॉक्टर साहिब, यदि सोचें तो हम सभी खतरे के खिलाड़ी ...डॉक्टर साहिब, यदि सोचें तो हम सभी खतरे के खिलाड़ी कम नहीं हैं! <br />कल के ही समाचार पत्र में पढ़ा कैसे एम्स में एडमिशन के लिए परीक्षा में उपलब्ध आधुनिक तकनीक का उपयोग हो रहा था और कुछेक डॉक्टर आदि पकडे गए, और झोला छाप डॉक्टर तो वैसे भी हैं! <br />और दूसरी खबर थी कि भारत में ७०% दूध में साबुन, यूरिया, पानी आदि मिला होता है! और आप भी दूध पीने को कह रहे हो, और आदमी का शरीर ७०% पानी से तो वैसे भी बना है... प्रत्येक सुबह समाचार पत्रों में पर्यावरण प्रदूषण के बारे में समाचार पढ़ तो लगता है कि इतना (शिव समान ही!) विषपान कर हम जीवित कैसे हैं (या कि 'यह जीना भी कोई जीना है, लल्लू' :)JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-7294579819768934682012-01-11T00:28:53.633+05:302012-01-11T00:28:53.633+05:30खतरों के खिलाडीखतरों के खिलाडीAtul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.com