tag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post3456771917157313346..comments2024-03-19T16:56:46.131+05:30Comments on अंतर्मंथन: राखी हो, कलाई हो,पर जब बांधने वाला कोई नहीं न हो --डॉ टी एस दरालhttp://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comBlogger42125tag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-26330518744851476652012-08-21T15:40:39.019+05:302012-08-21T15:40:39.019+05:30माना, विश्व का तकनीकि अधिकारी जापान है
अमेरिका की ...माना, विश्व का तकनीकि अधिकारी जापान है<br />अमेरिका की बीमारी , डॉलर का अभिमान है .<br />लेकिन जहाँ परिवार में परस्पर प्यार है<br />वह केवल अपना हिन्दुस्तान है !<br />सौफ़ी सदी सच्ची बात....Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-88191094864009459782012-08-11T06:05:54.168+05:302012-08-11T06:05:54.168+05:30mujhe rakhi bandhvaane lucknow jana pada,jahan bah...mujhe rakhi bandhvaane lucknow jana pada,jahan bahan rahti hain !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-41251953713246506062012-08-11T06:01:27.499+05:302012-08-11T06:01:27.499+05:30sahi kahaa ali bhai !sahi kahaa ali bhai !संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-14006349011716888092012-08-11T05:59:59.390+05:302012-08-11T05:59:59.390+05:30:-):-)संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-33069074538760023752012-08-05T10:37:38.793+05:302012-08-05T10:37:38.793+05:30सही ऑब्जर्व किया जे सी जी . इसीलिए कहते हैं -- se...सही ऑब्जर्व किया जे सी जी . इसीलिए कहते हैं -- self help is the best help .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-33423846928241209892012-08-05T10:11:58.192+05:302012-08-05T10:11:58.192+05:30सही कहा! डॉक्टर साहिब की कलाई में एक और राखी है जो...सही कहा! डॉक्टर साहिब की कलाई में एक और राखी है जो हर दिन वे स्वयं बांधते हैं, किन्तु बेखबर हैं!!!JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-34124068109952078332012-08-05T05:34:42.319+05:302012-08-05T05:34:42.319+05:30सच है दराल साहब, हमारे पूर्वजों ने हमारे जीवन को उ...सच है दराल साहब, हमारे पूर्वजों ने हमारे जीवन को उल्लासमय बनाने के लिये बहुत मनन और श्रम किया है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-56279750625300995162012-08-05T05:33:11.314+05:302012-08-05T05:33:11.314+05:30चलिये सर्जिकल नॉट काम में आ गई!चलिये सर्जिकल नॉट काम में आ गई!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-25368185477880958132012-08-05T00:27:50.186+05:302012-08-05T00:27:50.186+05:30कई मायनों में अलग पोस्ट है आपकी .फौजी की कलाई पे र...कई मायनों में अलग पोस्ट है आपकी .फौजी की कलाई पे राखी कौन बांधता है ?किसके लिए लड़ता है वह अपनी जान पे खेलके ?virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-65636165380821710822012-08-04T15:21:05.583+05:302012-08-04T15:21:05.583+05:30ये तो सच है की अपना हिन्दुस्तान निराला है कई मायनो...ये तो सच है की अपना हिन्दुस्तान निराला है कई मायनों में ... खार कर त्योहारों के मामले में ... <br />कम से कम आज के दिन तो कोई न कोई किसी न किसी को याद कर ही लेता है ... रक्षा बंधन की बहुत बहुत बधाई ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-20118037544131973022012-08-04T06:34:20.018+05:302012-08-04T06:34:20.018+05:30JCAugust 04, 2012 6:31 AM
सही कहा! "ढाई आखर प...JCAugust 04, 2012 6:31 AM<br />सही कहा! "ढाई आखर प्रेम का पढ़े...."!JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-13548659956114524022012-08-03T18:11:39.821+05:302012-08-03T18:11:39.821+05:30कुश्वंश जी , सही कहा . लेकिन यह मात्र प्रदर्शन ही ...कुश्वंश जी , सही कहा . लेकिन यह मात्र प्रदर्शन ही नहीं है . राखी बांधने और बंधवाने में जो ख़ुशी मिलती है , वह अनुपम होती है . राखी के दिन आम जनता को सड़कों पर साज श्रृंगार कर ख़ुशी ख़ुशी चलते देखकर सोचने पर मजबूर होना पड़ता है -- हमारे पर्वों की कितनी महत्ता है . आम आदमी के लिए ये जीवन में अमृत समान हैं .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-89518645041291239782012-08-03T18:06:47.613+05:302012-08-03T18:06:47.613+05:30जी हाँ , बहनों के आने से रौनक तो बढ़ ही जाती है .जी हाँ , बहनों के आने से रौनक तो बढ़ ही जाती है .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-74311940408935201182012-08-03T18:05:29.730+05:302012-08-03T18:05:29.730+05:30पिछले साल तक हमें भी बिटिया ही बांधती थी . खोलने क...पिछले साल तक हमें भी बिटिया ही बांधती थी . खोलने का दिल तो नहीं करता लेकिन हर चीज़ की एक उम्र होती है .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-11207077416271322452012-08-03T18:03:31.025+05:302012-08-03T18:03:31.025+05:30फिर मैडम गाना गाती -- सैंया मेरे राखी के बंधन को न...फिर मैडम गाना गाती -- सैंया मेरे राखी के बंधन को निभाना ! :)डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-92013163715740641612012-08-03T18:01:26.326+05:302012-08-03T18:01:26.326+05:30पाण्डे जी , हम तो स्वयं ही पंडित हैं . :)पाण्डे जी , हम तो स्वयं ही पंडित हैं . :)डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-85197211124613146352012-08-03T18:00:23.865+05:302012-08-03T18:00:23.865+05:30भैया, हमने तो देर शाम को ही खोली . आज हमारे एक मि...भैया, हमने तो देर शाम को ही खोली . आज हमारे एक मित्र वरिष्ठ डॉक्टर को देखा --उनके दोनों हाथों में आज भी बीस बीस राखियाँ बंधी थी .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-69283673940745608632012-08-03T16:09:56.612+05:302012-08-03T16:09:56.612+05:30ये त्योहार तो ऐसा है...दुनिया के किसी कोने में हों...ये त्योहार तो ऐसा है...दुनिया के किसी कोने में हों...भाई -बहन इस दिन एक दूसरे को याद कर ही लेते हैं.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-31474803608132152952012-08-03T14:25:59.621+05:302012-08-03T14:25:59.621+05:30लेकिन जहां परिवार में परस्पर प्यार है
वह केवल अपना...लेकिन जहां परिवार में परस्पर प्यार है<br />वह केवल अपना हिन्दुस्तान है ,यह पक्तियां लिख कर आपने सच ही लिखा है, यही बाते है जो हमें दूसरें देशों से अलग बनाती है ।Sunita Sharma Khatrihttps://www.blogger.com/profile/10860643098392133673noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-53861134267919976852012-08-03T12:43:49.840+05:302012-08-03T12:43:49.840+05:30बहुत ही रोचकता से लिखा है आपने रक्षासूत्र के बांधन...बहुत ही रोचकता से लिखा है आपने रक्षासूत्र के बांधने का वर्णन ... <br />इस स्नेहिल पर्व की अनंत मंगलकामनाएंसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-84438048394856585792012-08-03T11:37:38.885+05:302012-08-03T11:37:38.885+05:30डाक्टर साहब कलाई पर बिना धागा बंधे बहन को ह्रदय ...डाक्टर साहब कलाई पर बिना धागा बंधे बहन को ह्रदय से महसूस करना भी रक्षा बंधन का दाइत्व पूरा करने जैसा ही है .वास्तविक रिश्तों को आत्मसात करना प्रदर्शन से कही ज्यादा सार्थक हो सकता है शायद.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-66803810300852670942012-08-03T11:37:15.902+05:302012-08-03T11:37:15.902+05:30JCAugust 03, 2012 11:18 AM
थोड़ा विज्ञानं भी हो जा...JCAugust 03, 2012 11:18 AM<br />थोड़ा विज्ञानं भी हो जाए कुछ अदृश्य धागों पर... <br />जिस तथाकथित 'नीले ग्रह', पृथ्वी अर्थात धरती माता, पर हम रहते हैं, इसके गुरुत्वालार्षण क्षेत्र के भीतर कच्छे धागों जैसे बंधे बंधे एक मात्र उपग्रह रहस्यमय चन्द्रमा, अथवा चंदामामा भी कहलाता है, अर्थात पृथ्वी का ही भाई और दोनों एक दूसरे के चारों ओर आदि काल से घूमते चले आ रहे हैं - राखी बांधते-बंधवाते !!! <br />और यद्यपि धरा पर प्रकाश और शक्ति के मुख्य स्रोत सूर्य देवता है, जिससे चन्द्रमा भी रात को प्रकाश और शक्ति पा चमकता है, सागरजल पर चंद्रमा का प्रभाव अधिक पड़ता है जिस कारण सागर में पूर्णमासी अथवा अमावास्या के निकट अधिक ऊंचे/ नीचे ज्वार भाटा आते हैं... और हमारे पूर्वज सूर्य और चन्द्र किरणों (सोमरस!), सफ़ेद और पीली, को ज्ञान की देवी सरस्वती से सम्बंधित दर्शाते आये हैं!!! और गंगाधर शिव के मस्तास्क पर चन्द्रमा को भी पूर्णमासी में लहरों को ऊपर उठना भी योगी के मस्तक पर विचारों की ऊंची ऊंची लहरों के ऊपर बढ़ने की संभावना!!! ...JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-32124878611454471282012-08-03T10:50:32.884+05:302012-08-03T10:50:32.884+05:30बहन या बेटी के ना होने पर पंडित से भी बंधवाई जा सक...बहन या बेटी के ना होने पर पंडित से भी बंधवाई जा सकती है ! <br />यह सही है कि लडाई झगडे कितने भी हो , इन पर्व- त्योहार पर पारिवारिक रिश्ते मजबूत ही दिखते हैं!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-62363782710224999042012-08-03T10:46:13.096+05:302012-08-03T10:46:13.096+05:30राखी की शुभकामनायेंराखी की शुभकामनायेंरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-89005051584084697412012-08-03T10:04:16.523+05:302012-08-03T10:04:16.523+05:30हमारी भी यही हालत थी, राखी थी लेकिन सामने भाई कल...हमारी भी यही हालत थी, राखी थी लेकिन सामने भाई कलाई नहीं थी। लेकिन पतिदेव की बहने आ गयी थी तो घर में चलह-पहल खूब थी। हमने भी राखी को पोस्ट करके ही काम चलाया है।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.com