tag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post2290501301193577003..comments2024-03-21T12:48:25.921+05:30Comments on अंतर्मंथन: मंडे की मंडी पर मंदी की मार---डॉ टी एस दरालhttp://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comBlogger40125tag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-21704964515764246972011-01-03T16:01:15.250+05:302011-01-03T16:01:15.250+05:30हा हा ... महगाई तो आगे ही आगे जायगी ... पीछे आने क...हा हा ... महगाई तो आगे ही आगे जायगी ... पीछे आने का क्या कम .... बहुत करार व्यंग है ...<br /> .... .दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-79385508764253881632011-01-01T08:25:43.986+05:302011-01-01T08:25:43.986+05:30सुदूर खूबसूरत लालिमा ने आकाशगंगा को ढक लिया है,
यह...सुदूर खूबसूरत लालिमा ने आकाशगंगा को ढक लिया है,<br />यह हमारी आकाशगंगा है, <br />सारे सितारे हैरत से पूछ रहे हैं,<br />कहां से आ रही है आखिर यह खूबसूरत रोशनी,<br />आकाशगंगा में हर कोई पूछ रहा है,<br />किसने बिखरी ये रोशनी, कौन है वह,<br />मेरे मित्रो, मैं जानता हूं उसे,<br />आकाशगंगा के मेरे मित्रो, मैं सूर्य हूं,<br />मेरी परिधि में आठ ग्रह लगा रहे हैं चक्कर,<br />उनमें से एक है पृथ्वी,<br />जिसमें रहते हैं छह अरब मनुष्य सैकड़ों देशों में,<br />इन्हीं में एक है महान सभ्यता,<br />भारत 2020 की ओर बढ़ते हुए,<br />मना रहा है एक महान राष्ट्र के उदय का उत्सव,<br />भारत से आकाशगंगा तक पहुंच रहा है रोशनी का उत्सव,<br />एक ऐसा राष्ट्र, जिसमें नहीं होगा प्रदूषण,<br />नहीं होगी गरीबी, होगा समृद्धि का विस्तार,<br />शांति होगी, नहीं होगा युद्ध का कोई भय,<br />यही वह जगह है, जहां बरसेंगी खुशियां...<br />-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम<br /><br />नववर्ष आपको बहुत बहुत शुभ हो...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-83253190934789566152011-01-01T00:48:46.628+05:302011-01-01T00:48:46.628+05:30सर्वे भवन्तु सुखिनः । सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे ...सर्वे भवन्तु सुखिनः । सर्वे सन्तु निरामयाः।<br />सर्वे भद्राणि पश्यन्तु । मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्॥<br />सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी मंगलमय घटनाओं के साक्षी बनें, और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े .<br /><br /> नव - वर्ष 2011 की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !<br /><br /> -- अशोक बजाज , ग्राम चौपालASHOK BAJAJhttps://www.blogger.com/profile/07094278820522966788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-74360868055718132262011-01-01T00:22:39.746+05:302011-01-01T00:22:39.746+05:30आप को सपरिवार नववर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएं ...आप को सपरिवार नववर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएं .Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-21656916239871385072010-12-31T23:26:56.804+05:302010-12-31T23:26:56.804+05:30आप को परिवार समेत नये वर्ष की शुभकामनाये.
नये साल ...आप को परिवार समेत नये वर्ष की शुभकामनाये.<br />नये साल का उपहार<br />http://blogparivaar.blogspot.com/राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-63269485188521541342010-12-31T23:02:21.075+05:302010-12-31T23:02:21.075+05:30आदरणीय डॉ टी एस दराल जी
सादर प्रणाम
नव वर्ष 2011...आदरणीय डॉ टी एस दराल जी <br />सादर प्रणाम <br />नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनायें ...कबूल करेंकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-13033738939861092912010-12-31T23:00:43.822+05:302010-12-31T23:00:43.822+05:30क्या कहें इस महंगाई को ...क्या कहें इस महंगाई को ...केवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-73760036929426179532010-12-31T22:36:31.273+05:302010-12-31T22:36:31.273+05:30आप सच कह रहे हैं कि
इज्जत बचानी भारी है
इधर
प्या...आप सच कह रहे हैं कि<br />इज्जत बचानी भारी है<br />इधर<br /><a href="javascript:void(0);" rel="nofollow">प्याजो की जवानी </a><br /><a href="javascript:void(0);" rel="nofollow">एक हिन्दी ब्लॉगर पसंद है </a>अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-61674802770043173062010-12-31T21:14:01.451+05:302010-12-31T21:14:01.451+05:30महगाई ने सबका बुरा हाल किया है अब क्या किया जाये ?...महगाई ने सबका बुरा हाल किया है अब क्या किया जाये ?<br />नव वर्ष की शुभकामनायेAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-89401511276277993802010-12-31T20:06:33.472+05:302010-12-31T20:06:33.472+05:30विकास दर के आंकड़े लेकर क्या करेगा आम आदमी!विकास दर के आंकड़े लेकर क्या करेगा आम आदमी!कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-90415704492995908062010-12-31T19:41:19.585+05:302010-12-31T19:41:19.585+05:30एकदम ताजा और गर्म है ये तो.
(यह आपकी हास्य-व्यंग ...एकदम ताजा और गर्म है ये तो.<br /><br />(यह आपकी हास्य-व्यंग की उत्कृष्ट रचनाओ में से एक है )Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-76151918301005200302010-12-31T19:14:59.000+05:302010-12-31T19:14:59.000+05:30हीर जी , आपको सही लगा था ।
बस उसी दिन गए थे और सब...हीर जी , आपको सही लगा था ।<br />बस उसी दिन गए थे और सब्जियों के बारे में काफी ज्ञान अर्जित कर लौटे ।<br />अब तो हम सब्जियां बस शादियों या पार्टियों में ही खाते हैं । :)डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-26720889559583065942010-12-31T19:07:01.616+05:302010-12-31T19:07:01.616+05:30हा...हा...हा.....
बहुत खूब .....!!
मुझे तो लगा था...हा...हा...हा.....<br />बहुत खूब .....!!<br /><br />मुझे तो लगा था आप सब्जी लेने कभी जाते ही नहीं ....<br />पर आपने तो सारे भाव ही लिख डाले .....<br /><br />नववर्ष की शुभकामनाएं ....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-65036353027345608032010-12-31T17:30:25.740+05:302010-12-31T17:30:25.740+05:30दोष तो कवि का है जिसने कहा, "अंधेर नगरी, चौपट...दोष तो कवि का है जिसने कहा, "अंधेर नगरी, चौपट राजा / टके सेर भाजी, टके सेर खाजा"... सरकार की समझ आया सस्ती भाजी आदि का मतलब खराब सरकार होता है तो उसने सबके दाम बढ़ा कर अच्छी सरकार होना जाना!<br />नव वर्ष २०११ की सबको अनेकानेक शुभ कामनाएं!JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-21515602543871742252010-12-31T11:09:02.320+05:302010-12-31T11:09:02.320+05:30डा साहेब ,नूतन -वर्ष आप और आपके परिवार के लिए
मंग...डा साहेब ,नूतन -वर्ष आप और आपके परिवार के लिए <br />मंगलदायक हो | और आपकी लेखनी ईसी तरह हमारा <br />मार्ग -दर्शन करती रहे |<br />''कोंन कर सका है बंद रौशनी निगाहों मे | <br />कोन रोक सका है गंध बीच राहो मे |<br />हर जाती ' संध्या ' कि अपनी मजबूरी है -<br />कोनस बाँध सका है नव -वर्ष के आगमन को ?"<br />हार्दिक शुभ कामनाओ sहित.....|दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-68016704271863432152010-12-31T03:20:54.370+05:302010-12-31T03:20:54.370+05:30एकदम ताज़ा कविता !
सुन्दर प्रस्तुति..
नव वर्ष(2011...एकदम ताज़ा कविता !<br />सुन्दर प्रस्तुति..<br />नव वर्ष(2011) की शुभकामनाएँ !Shabad shabad https://www.blogger.com/profile/09078423307831456810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-10735435428478892132010-12-30T23:28:31.417+05:302010-12-30T23:28:31.417+05:30bahut achchi sachchayee likhi hai.bahut achchi sachchayee likhi hai.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-37527257012165465752010-12-30T21:02:14.134+05:302010-12-30T21:02:14.134+05:30अब तो लगता है की प्याज -आलू गिफ्ट में ही प्राप्त क...अब तो लगता है की प्याज -आलू गिफ्ट में ही प्राप्त करना पड़ेगा |<br />कुछ दिनों बाद मुंह दिखाई में ही दिखेंगी।<br /><br />हा हा हा ! दर्शन जी , रोहित जी --हालात तो कुछ ऐसे ही हैं ।<br />ये साल तो ख़त्म हुआ , अब देखते हैं क्या गुल खिलाता है अगला साल ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-10120198975478203922010-12-30T18:52:58.151+05:302010-12-30T18:52:58.151+05:30नूतन वर्षाभिनन्दन।नूतन वर्षाभिनन्दन।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-4880376664154483892010-12-30T18:30:32.145+05:302010-12-30T18:30:32.145+05:30भले ही महंगाई दर ढाई अंक नीचे ढह गई है,
लेकिन सब्ज...भले ही महंगाई दर ढाई अंक नीचे ढह गई है,<br />लेकिन सब्जियाँ अब केवल दर्शनार्थ रह गयी हैं।<br /><br />सबके मन के भाव व्यक्त कर दिए इस कविता में...सब्जियां,अब बस देखने के लिए ही रह गयी हैं.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-5734387966940674862010-12-30T17:28:21.453+05:302010-12-30T17:28:21.453+05:30डॉक्टर साहब, बडे प्यार से मंहगाई की क्लास ली है...डॉक्टर साहब, बडे प्यार से मंहगाई की क्लास ली है आपने। बधाई।<br /><br />---------<br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">साइंस फिक्शन और परीकथा का समुच्चय। </a> <br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">क्या फलों में भी औषधीय गुण होता है?</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-70733000754257253212010-12-30T16:34:53.565+05:302010-12-30T16:34:53.565+05:30डा .सा : यह यथार्थ चित्रण आज भी पूरा का पूरा सटीक ...डा .सा : यह यथार्थ चित्रण आज भी पूरा का पूरा सटीक है.आपकी काव्याभिव्यक्ति भी आकर्षक होती है.vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-67482196499453504672010-12-30T14:29:41.409+05:302010-12-30T14:29:41.409+05:30बहुत सुन्दर..नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएंबहुत सुन्दर..नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएंKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-59846180033524356662010-12-30T13:37:10.195+05:302010-12-30T13:37:10.195+05:30डा . साहिब, तुरंत kewal हवा-पानी में jeene ki kal...डा . साहिब, तुरंत kewal हवा-पानी में jeene ki kala dhoondh nikaaliye, kyunki sarkaar ne to haath khade kar diye hain!,,, aur blog vasiyon se bhi saajha kar swarn padak hamse bhi paaiye! <br /><br />kahte hain pahle aadmi sun kar hi tript ho jaata tha, kintu majboori hai ki ab khaa kar bhi tript naheen hota :( <br /><br /> <br /><br />note: kewal 0,1,2 (vishnu, brahma, mahesh ke saankhyik pratibimb?) se bani 21.12. 2010, sundar tithi bhi nikal gayi: poorn chandr-grahan ke saath! aur yadi afvaahon ki maanein to 21.12. 2012 bas aayi hi samajho (kam samay shesh rah gaya hai?)! <br /><br />"jo kaal kare / wo aaj kar / jo aaj kare / wo ab..." aadi, kah gaye gyaani-dhyaani sab!)...JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5777774725152282226.post-25110989125432962632010-12-30T10:12:56.379+05:302010-12-30T10:12:56.379+05:30बहुत बढ़िया रचना आज भी तरोताजा है .... आभार सरबहुत बढ़िया रचना आज भी तरोताजा है .... आभार सरsumit dashttps://www.blogger.com/profile/16265265106539341595noreply@blogger.com